
खबर अभी अभी धर्मशाला ब्यूरो
28 मार्च 2024

बागियों और निर्दलियों को गले लगाने के बाद बदले हालातों में पहाड़ को नापने की राह में फूल कम कांटे ज्यादा बिखरने लगे हैं। ऊना से लेकर हमीरपुर, कांगड़ा से लेकर लाहौल-स्पीति मेंं बगावत इसकी तस्दीक कर रही है। नुकसान की संभावनाओं से सतर्क भाजपा ने उपचुनाव से जुड़े सभी नौ हलकों में डैमेज कंट्रोल की कोशिशें छेड़ दी हैं। आला नेताओं को मान-मनौव्वल के मोर्चे पर झोंक तो दिया गया है लेकिन, बगावत आसानी से शांत होगी दावा नहीं किया जा सकता। उधर, कांग्रेस में अभी प्रत्याशियों को लेकर असमंजस की स्थित है।





