
#खबर अभी अभी कुल्लू ब्यूरो*
16 अप्रैल 2024
जिले में सोमवार रात मूसलाधार बारिश हुई है। मंगलवार दोपहर बाद भी कुल्लू में बारिश हुई। तेज हवाओं के साथ मूसलाधार बारिश होने से बगीचों में सेब के पौधों में खिले फूलों की पंखुड़ियां गिर गई हैं। ऐसे में सेब की फसल को नुकसान पहुंचा है। जिन पौधों में फूल खिले हुए थे, उनके करीब 50 प्रतिशत फूल गिर गए हैं। जिले में इन दिनों सेब की फ्लावरिंग चरम पर है लेकिन मौसम का बिगड़ा मिजाज घाटी के बागवानों के लिए परेशानी का कारण बना हुआ है।
नुकसान कितना है, इसका अभी तक आकलन नहीं हो पाया है। बागवानों के लिए फ्लावरिंग सीजन के दौरान मौसम प्रतिकूल बना हुआ है। पिछले तीन दिनों से मौसम परिवर्तनशील बना हुआ है। सुबह के समय धूप खिल रही है तो दोपहर बाद अचानक बारिश हो रही है। सेब की बेहतर सेटिंग के लिए मौसम का साफ रहना बेहद जरूरी है।
अगर मौसम का मिजाज ऐसा ही रहा तो बागवानों को नुकसान होगा। बागवान तेज राम ठाकुर, दीनदयाल और मनी राम ने कहा कि सेब की फसल से बागवानों का सालभर का गुजारा निकलता है। फूलों के समय पर बारिश होती रही तो इससे बागवानों को नुकसान होगा। अब ओलावृष्टि का डर भी बना हुआ है। कुल्लू सदर फल एवं सब्जी उत्पादक संगठन के महासचिव सुनील राणा ने कहा कि मौसम ने बागवानों की परेशानी बढ़ा दी है। बिगड़े मौसम से सेब की सेटिंग पर असर पड़ेगा। फ्लावरिंग के बीच बारिश के चलते कितना नुकसान हुआ है, इसकी फील्ड से रिपोर्ट मांगी जाएंगी। तापमान में उतार-चढ़ाव आने से सेटिंग पर असर पड़ता है। जहां पर सेब की सेटिंग हो चुकी है, वहां पर बारिश का असर नहीं है। जहां पर सेब पौधों में फूल हैं, वहां बारिश से असर पड़ेगा।





