
हिमाचल प्रदेश की सुक्खू सरकार ने हाल ही में मंदिरों से ‘सुख आश्रय योजना’ के लिए आर्थिक सहयोग की अपील की है, जिससे राजनीतिक और सामाजिक हलकों में बहस छिड़ गई है। अग्रवाल सभा के अध्यक्ष राजेश जिंदल ने इस फैसले पर कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त की है। उन्होंने कहा कि वह सरकार के इस कदम से हैरान हैं और यह हास्यास्पद है। जिंदल ने आरोप लगाया कि सत्ता में आने से पहले कांग्रेस ने झूठे वादे किए और अब मंदिरों के धन पर नजर गड़ाए हुए हैं, जो शर्मनाक है। उन्होंने मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू पर निशाना साधते हुए कहा कि मुख्यमंत्री सुक्खू ने कहा था कि 97% लोगों को हराकर मैने सत्ता हासिल की है, तो अब हिंदुओं से पैसे क्यों मांग रहे हैं? जिंदल ने यह भी आरोप लगाया कि सुक्खू सरकार कर्ज में डूबी हुई है और उसे धन के उचित उपयोग की समझ नहीं है।
इसके अलावा, जिंदल ने भाजपा और कांग्रेस दोनों पर बीबीएन (बद्दी-बरोटीवाला-नालागढ़) क्षेत्र के विकास की अनदेखी का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि इन पार्टियों की वजह से बीबीएन की जनता को सीवरेज के गंदे पानी और खराब सड़कों जैसी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है।


