सोलन पुलिस ने नालागढ़ से दबोचा नौकरी के नाम पर ठगी करने वाला शातिर

खबर अभी अभी ब्यूरो

सोलन के शिल्ली निवासी एक व्यक्ति के बेटे व बेटी को एमईएस चंडी मंदिद में नौकरी लगाने का झांसा देकर एक लाख 72 हजार रुपये का चूना लगाने वाले शातिर युवक को सोलन पुलिस ने नालागढ़ से गिरफ्तार कर लिया है। जांच में पता चला है कि उसने इससे पहले सोलन में आधा दर्जन लोगों को नौकरी पर लगाने का झांसा देकर उनसे 13 लाख रुपये की ठगी कर ली। इसके अलावा नालागढ़ में भी उसने ऐसी ही ठगी को अंजाम दिया है। पुलिस उसके आपराधिक रिकार्ड की और भी जानकारी जुटा रही है।

सोलन के एसपी गौरव सिंह ने बताया कि 27 फरवरी को सोलन के शिल्ली निवासी देवेन्द्र ठाकुर ने पुलिस थाना सदर सोलन में रिपोर्ट दर्ज करवाई थी कि इन्हें इनके गणोल गांव में रहने वाले रिश्तेदार ने कुछ दिन पूर्व फोन करके बतलाया कि उनके गांव का रहने वाला निखिल ठाकुर एमईएस चण्डी मन्दिर में अधीक्षक के पद पर कार्यरत है।  उसने उन्हें बताया कि एमईएस में कुछ पुरानी भर्तियां निकली हैं। जिसमें आईटीआई या कोई डिप्लोमा प्रापत लड़कों को नौकरी पर रखा जाना है। निखिल ने यह भी बताया कि उसकी कर्नल साहब से जान पहचान है यदि कोई पहचान का लड़का है तो वह उसे नौकरी लगवा सकता है।

इस पर  देवेंद्र ठाकुर ने अपने रिश्तेदार से कहा कि उनके लड़के ने आईटीआई कर रखी है । इसके कुछ दिनों बाद इन्हें  निखिल ठाकुर का फोन आया  कि वे अपने बच्चों का आईटीआई डिप्लोमा, आधार कार्ड व अन्य कागजात इसे इसी नम्बर पर व्हाहट्सअप कर दें। जिस पर इन्होंने अपने बेटे व बेटी के कागजात उसे व्हाट्सअप पर भेज दिये। उसके अगले दिन उस व्यक्ति का दुबारा से फोन आया तथा इन्हें कहा कि बच्चों के कागजात एमईएस चंडीमन्दिर के कर्नल ने सत्यापित कर दिये हैं। अब बाकी की औपचारिकता के लिए निखिल ने उनसे 50 हजार रुपये की मांग की। जिस पर देवेंद्र ने 50 हजार निखिल ठाकुर के बैंक खाते में डाल दिये। उसके बाद निखिल ठाकुर ने इन्हें दोबारा फोन किया तथा कहा कि और पैसे देने होंगे जिस पर इन्होंने निखिल ठाकुर को अलग अलग तिथियों पर 1लाख 22 हजार गूगल पे के माध्यम से स्थानान्तरित कर दिए। इस तरह देवेंद्र से निखिल ने कुल 1लाख 72 हजार रुपये ठग लिए। इसी बीच पांच नवंबर को निखिल ठाकुर ने इसकी बेटी व बेटे को व्हाट्सअप से आफर लेटर भेजा। जिस पर एमईएस चण्डी मन्दिर की मोहर लगी हुई थी। इसके बाद जनवरी माह में निखिल ठाकुर ने व्हाट्सअप पर ही इसके बेटे को  अप्वाइनमेंट लेटर भेजा जिसमें तीन से 13 फरवरी के बीच रिपोर्ट करने के आदेश थे। जिस पर इन्हें पूर्ण विश्वास हो गया था कि वह व्यक्ति सच बोल रहा है। उसके बाद निखिल ठाकुर ने इनके फोन उठाने बन्द कर दिये। जिस पर  देवेंद्र ने अपने रिश्तेदार से सम्पर्क किया तो उनहोंने बताया कि उन्होंने भी अपने दामाद को नौकरी पर लगाने के लिए रिखिल को रुपये दिए हैं। परन्तु अब निखिल उनका फोन भी नहीं उठा रहा है। इसके बाद जब इन्होंने अपने तौर पर पूछताछ की तो पता चला कि निखिल एमईएस चण्डी मन्दिर में नौकरी ही नहीं करता है।

पुलिस ने इस मामले में सोलन के सदर पुलिस थाने में केस दर्ज करके मामले की छानबीन शुरू की तो पता चला कि निखिल ठाकुर इस प्रकार की वारदातों को अंजाम देने का पुराना अपराधी है। वह इससे पहले सोलन क्षेत्र के 6 लोगों को ठगी का शिकार बना चुका है। उन लोगों से उसने नौकरी पर लगाने के नाम पर 13 लाख की ठगी कर रखी है। जांच के  दौरान यह भी पाया गया कि उक्त आरोपी द्वारा इसी प्रकार की वारदात को नालागढ़ में भी अंजाम दे चुका है। इसके खिलाफ पुलिस थाना नालागढ़ में धोखाधड़ी का मामला दर्ज है। उपरोक्त मामले में पुलिस थाना सदर सोलन की टीम ने कसौली गांव निवासी 26 वर्षीय निखिल ठाकुर को बुधवार को नालागढ़ से गिरफ्तार कर लिया। उसे आज अदालत में पेश किया जाएगा। उसके पूर्व आपराधिक रिकार्ड की भी और पड़ताल की जा रही है।

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