
शिमला | नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने कहा कि हिमाचल दिवस के अवसर पर मुख्यमंत्री द्वारा पुरानी बातें दोहराने पर कहा कि मुख्यमंत्री तीन साल से हर मौके पर एक ही भाषण पढ़े जा रहे हैं। चाहे उनके सरकार के कार्यकाल का साल पूरा होने का जश्न हो, चाहे हिमाचल दिवस हो, चाहे हिमाचल पूर्ण राज्यत्व दिवस हो या बजट सत्र। एक रटी-रटाई स्पीच मुख्यमंत्री पढ़ देते हैं। उन्हें एक बार अपनी सभी स्पीच का अध्ययन करना चाहिए जिससे उन्हें पता चले कि वह अढ़ाई सालों से सरकार चलाने के नाम पर क्या कर रहे हैं। इस बार का हिमाचल दिवस भी झूठी बातें, पूर्व सरकार और केंद्र सरकार को कोसने में निकाल दिया। सरकार से सवाल यह है कि वह अपने काम करेगी?
अपनी गारंटियां कब पूरी करेगी? प्रदेश के युवाओं को रोजगार कब देगी। मुख्यमंत्री प्रदेश के लिए कोई ऐसी घोषणा कब करेंगे, जो लोगों के लिए हितकारी हो, जो उनके जीवन में कोई परिवर्तन ला सके। आज जिन योजनाओं को सरकार अपना बता कर अपनी पीठ थपथपाती है, वे सब केंद्र सरकार द्वारा प्रायोजित हैं। अपनी जिन तीन योजनाओं पर मुख्यमंत्री ने हर साल करोड़ों का प्रचार किया, उन पर मात्र 37 करोड़ रुपए सुक्खू सरकार ने खर्च किए हैं। इन योजनाओं से ज़्यादा पैसा सुक्खू सरकार ने उनके विज्ञापन और प्रचार प्रसार में खर्च किया है।
विमल नेगी प्रकरण की जांच पर कुछ नहीं बोले सीएम
जयराम ने कहा कि मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू से उम्मीद थी कि वह विमल नेगी की मौत और पॉवर कॉरपोरेशन में हुए कथित घोटाले की जांच सीबीआई को सौंप देंगे, क्योंकि यह मामला गंभीर है। विमल नेगी के परिवार ने जो आरोप पुलिस पर लगाया है, वह बहुत दु:खद है। एक चुनी हुई सरकार से इस तरह की अपेक्षा नहीं की जा सकती है। सरकार सीबीआई जांच न करवा कर विमल नेगी के साथ नाइंसाफ़ी करती दिख रही है। अब तो सरकार और पुलिस विमल नेगी को ही जिम्मेदार ठहराने पर तुली है। पुलिस विमल नेगी की ही संपत्तियों और संबंधों की जांच कर रही है। जिन पर पूरा पॉवर कॉरपोरेशन आरोप लगा रहा है, सरकार उन अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई से क्यों डर रही है? उल्टा जिस अधिकारी की जान गई, उसी के खिलाफ जांच कर रही है।


