

शिमला | मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू बुधवार को मंडी जिला के सराज विधानसभा क्षेत्र जा सकते हैं। हालांकि उनका कार्यक्रम मंगलवार को वहां पर जाने का था, मगर यहां मौसम खराब होने की वजह से हेलिकॉप्टर की उड़ान नहीं हो सकी। मुख्यमंत्री का काफिला जंजैहली के लिए तैयार था, परंतु ऐन मौके पर मौसम खराब हो गया। जहां शिमला में उस समय बारिश शुरू हो गई, वहीं मंडी में भी बारिश हो रही थी। इस कारण सीएम नहीं जा सके। अब बताया जा रहा है कि वह बुधवार को जाएंगे। इससे पूर्व सीएम ने यहां शिमला के भट्टाकुफर, ढली, लिंडिधार एरिया का दौरा किया है। मानसून से अभी तक हुए नुकसान की बात करें तो 85 लोगों की मौत इस मानसून सीजन में अभी तक हो चुकी है, जबकि 129 लोग घायल हैं और 35 लोग विभिन्न हादसों में अलग-अलग स्थानों पर लापता बताए जा रहे हैं। उपरोक्त आंकड़ों में सडक़ हादसों में 31 लोगों की मौत हो चुकी है।
प्राकृतिक आपदा और सडक़ हादसों में मौत के आंकड़ों की बात करें, तो बिलासपुर में सात लोग काल से शिकार हो चुके हैं, जबकि चंबा में नौ, हमीरपुर में छह, कांगड़ा में 13, किन्नौर में तीन, कुल्लू में छह, लाहुल स्पीति में दो, मंडी में 20, शिमला में 5, सिरमौर में 2, सोलन में 6, ऊना में 6 लोगों की मौत हो चुकी है। अब तक इस बरसात की वजह से 72 पक्के मकान क्षतिग्रस्त हुए हैंं। इसमें कांगड़ा में तीन, किन्नौर में एक, कुल्लू में पांच, मंडी में 62, शिमला में एक पक्का मकान क्षतिग्रस्त हुआ जबकि 92 कच्चे मकान भी इस बरसात में क्षतिग्रस्त हो गए। प्राकृतिक आपदा से कुल 54 लोगों की मौत हो चुकी है। मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने ऐलान किया है कि जितने भी लोग प्रभावित हुए हैं, उनको सरकार बसाएगी। उनको सरकारी जमीन दी जाएगी और वहां पर मकान बनाने में भी मदद करेगी। यह मदद कितनी होगी, यह अभी तय किया जाना है। इसके साथ सरकार ने ऐलान किया है कि प्रभावित लोग किराए के मकान में रह सकते हैं, जिनको सरकार 5000 रुपए प्रतिमाह मकान का किराया देगी। प्रदेश में मंगलवार शाम तक कुल 198 सडक़ें बंद पड़ी हैं। इनके अलावा 159 बिजली ट्रांसफार्मर और 297 पेयजल योजनाएं बंद पड़ी हुई हैं।
सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू के सराज दौरे का ऐसा रहेगा शेड्यूल
मंडी — मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू 9-10 जुलाई को सराज विधानसभा क्षेत्र के आपदा प्रभावित इलाकों का दौरा करेंगे। अतिरिक्त उपायुक्त मंडी गुरसिमर सिंह ने बताया कि मुख्यमंत्री नौ जुलाई को प्रात: 8:25 बजे पंडोह हेलिपैड पहुंचेंगे और वहां से सडक़ मार्ग द्वारा 10 बजे बगस्याड् राहत शिविर पहुंचेंगे। बगस्याड़ से मुख्यमंत्री पैदल चलकर प्रभावित शरन गांव जाएंगे। इसके बाद वह सडक़ मार्ग से दोपहर 12 बजे थुनाग पहुंचेंगे और प्रभावितों से भेंट करेंगे। दोपहर दो बजे मुख्यमंत्री थुनाग से जंजैहली के लिए रवाना होंगे और लगभग चार बजे जंजैहली पहुंचेंगे। यहां वह प्रभावित क्षेत्रों का दौरा करेंगे। इसके पश्चात वह थुनाग लौटेंगे और वहीं रात्रि विश्राम करेंगे। मुख्यमंत्री 10 जुलाई को थुनाग से सुबह बाड़ा के लिए रवाना होंगे और 10 बजे बाड़ा राहत शिविर पहुंचकर वहां आपदा प्रभावित परिवारों से मुलाकात करेंगे। बाड़ा से वह सडक़ द्वारा 11:10 बजे पंडोह हेलिपैड पहुंचेंगे और वहां से शिमला के लिए प्रस्थान करेंगे।



