
कांगड़ा केंद्रीय सहकारी बैंक (केसीसीबी) सीमित के निदेशक मंडल ने बर्खास्त किए पांच में से चार अधिकारियों की बहाली के प्रस्ताव को गुनाह की मात्रा के आधार पर सशर्त मंजूरी दे दी है। बुधवार को केसीसी बैंक के चेयरमैन कुलदीप पठानिया की अध्यक्षता में हुई बीओडी की बैठक में इस प्रस्ताव को निदेशकों ने सर्वसम्मति से मंजूरी प्रदान की। बैठक में बैंक के प्रबंध निदेशक आदित्य नेगी, निदेशक चंद्रभूषण नाग, बलवंत ठाकुर, करण पठानिया उर्फ मालटू, सुनील कुमार समेत अन्य निदेशक उपस्थित रहे। बैंक में ग्रेड-2 के पद पर सेवारत दिग्विजय सिंह व अजय कुमा, ग्रेड-एक के पद पर सेवारत विनोद कुमार को बीओडी ने बहाल तो कर दिया, लेकिन इन अधिकारियों की दो-दो वेतन वृद्धियां रोकने के प्रस्ताव को भी मंजूरी दी गई है।
ग्रेड-चार के पद पर सेवारत सुनील कुमार का गुनाह सबसे कम पाया गया, जिसके चलते उसे बिना वेतन वृद्धि रोक बहाल करने की स्वीकृति प्रदान की गई। बहाली के साथ ही इन चारों बैंक अधिकारियों के मौजूदा कार्य स्टेशन भी बदलेंगे। अब इन्हें अन्यत्र बैंक शाखाओं में स्थानांतरित किया जाएगा। जबकि ग्रेड-3 के पद पर सेवारत संजय गर्ग के बहाल करने के प्रस्ताव को बीओडी ने मंजूरी नहीं दी। अब संजय गर्ग की बहाली का मामला रजिस्ट्रार स्टेट को-ऑपरेटिव सोसायटी (आरसीएस) शिमला के पास जाएगा। अगर वहां से को आपत्ति नहीं लगती तो आगामी बैठक में संजय गर्ग के बहाली के प्रस्ताव पर चर्चा हो पाएगी।
ये है पूरा मामला
इन पांचों बैंक अधिकारियों को नियमों की अवहेलना के चलते इसी साल मार्च माह में नौकरी से बर्खास्त किया गया था। इसके बाद से यह अधिकारी बैंक प्रबंधन और बीओडी के समक्ष बार-बार अपनी बहाली को लेकर चक्कर काट रहे थे।
बैंक के अध्यक्ष कुलदीप पठानिया ने बीओडी बैठक की जानकारी देते हुए बताया कि बीओडी ने सितंबर 2024 में बैंक के महाप्रबंधक अमित गुप्ता की छीनी गई शक्तियों को भी बहाल कर दिया है। जीएम की शक्तियां चले जाने के कारण पिछले करीब 11 माह से अमित गुप्ता बैंक में रिकवरी का काम देख रहे थे, जबकि जीएम के पद पर सेवारत सतवीर मिन्हास की शक्तियां भी छीनी गई थीं, लेकिन गत दिवस 30 जून को वह महाप्रबंधक के पद से सेवानिवृत्त हो चुके हैं। इन दोनों पर नियमों के विपरीत ऋण आवंटन करने का आरोप था। इसके चलते इन दोनों को रिकवरी का काम सौंपा था।
निदेशक मंडल के चुनाव की प्रक्रिया को आगे बढ़ाने को मंजूरी
पठानिया ने कहा कि चुनाव नियमों के अंतर्गत बैंक के निदेशक मंडल के चुनाव की प्रक्रिया को आगे बढ़ाने को मंजूरी दी है। हालांकि बीओडी ने पिछली बैठक में बताया था कि बरसात का मौसम होने के कारण चुनाव करवाना संभव नहीं है। इसलिए मौजूदा बीओडी को सेवा विस्तार दिया जाए। लेकिन अभी तक प्रदेश सरकार से इस प्रस्ताव को मंजूरी नहीं मिल पाई है। बैंक के डीजीएम केसी भारद्वाज को को जीएम की शक्तियां देने बारे पूर्व की बैठक में लिये निर्णय पर बुधवार की बैठक में कोई निर्णय नहीं हो पाया। इस बैठक में 77 मुख्य और 10 अनुपूरक एजेंडा शामिल किए थे, जिस पर विस्तार से चर्चा हुई।
बैंक को इस साल 1.56 अरब का मुनाफा
बैंक के अध्यक्ष कुलदीप पठानिया ने कहा कि बैंक को अभी तक 1.56 अरब रुपये का मुनाफा हुआ है। इसके चलते मुख्यमंत्री राहत कोष में दो करोड़ रुपये दिए जाएंगे। इसके साथ ही बैंक में कार्यरत करीब 1300 कर्मचारियों को 35 कार्यदिवस का अतिरिक्त वेतन बोनस के तौर पर दिया जाएगा, जिस पर 11 करोड़ रुपये खर्च होंगे।





