
कसौली।
कसौली क्षेत्र के होटल व्यवसायियों एवं व्यापारियों का एक प्रतिनिधिमंडल एआईसीसी पर्यवेक्षक जितेन्द्र बघेल से मिला और क्षेत्र से जुड़े विभिन्न महत्वपूर्ण मुद्दों पर विस्तार से चर्चा की। बैठक के दौरान होटल एसोसिएशन के अध्यक्ष वेद गर्ग के नेतृत्व में आए प्रतिनिधिमंडल ने टीसीपी से संबंधित प्रमुख समस्याओं पर एक विस्तृत ज्ञापन भी सौंपा।
प्रतिनिधिमंडल ने बताया कि जहां प्रदेश के अन्य हिस्सों में भवन निर्माण के लिए 4.5 मंज़िल या 21 मीटर तक की अनुमति प्रदान की जाती है, वहीं कसौली में निर्माण नियम सिर्फ 2.5 मंज़िल तक सीमित हैं। अध्यक्ष वेद गर्ग ने इस भिन्न व्यवस्था को असमंजसपूर्ण और पक्षपातपूर्ण बताते हुए मांग की कि कसौली को भी प्रदेश की तर्ज पर समान निर्माण मानक प्रदान किए जाएँ।
इसके अलावा प्रतिनिधिमंडल ने क्षेत्र में ठोस कचरा प्रबंधन, सड़क स्थिति, पानी की कमी और पर्यटन आधारभूत ढांचे को मजबूत करने जैसे मुद्दों को भी प्रमुखता से उठाया। उन्होंने सुझाव दिया कि कसौली को विश्व पर्यटन मानचित्र पर स्थापित करने के लिए कौशल्या नदी पर बांध निर्माण, नए व्यू पॉइंट्स, जंगल ट्रेल्स और एक सैंक्चुरी क्षेत्र विकसित किया जाना जरूरी है।
होटल एसोसिएशन ने बताया कि कसौली और आसपास के क्षेत्रों में वर्तमान में 400 से अधिक छोटे-बड़े होटल संचालित हैं, जो बेहतर सुविधाएँ और नीतिगत सहयोग मिलने पर इस क्षेत्र को अंतरराष्ट्रीय पर्यटन गंतव्य के रूप में विकसित करने की क्षमता रखते हैं।





