
घुमारवीं (संदीप रतवान)
खबर अभी अभी संवाददाता घुमारवीं
19दिसंबर,25
हिमाचल प्रदेश के प्रगतिशील बागवान और पद्मश्री सम्मानित हरिमन शर्मा को शीघ्र ही पीएचडी की मानद उपाधि से नवाजा जाएगा। HRMN-99 नामक पेटेंट सेब की किस्म विकसित करने और उच्च गुणवत्ता वाली फसल उत्पादन में उल्लेखनीय योगदान के लिए महात्मा ज्योति राव फुले विश्वविद्यालय (एमजेआरपी), जयपुर ने उन्हें मानद डॉक्टरेट (ऑनरेरी पीएचडी) प्रदान करने का निर्णय लिया है। यह उपाधि 21 दिसंबर को एमजेआरपी कैंपस आचरोल में आयोजित दीक्षांत समारोह में प्रदान की जाएगी।
गौरतलब है कि राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू द्वारा 28 अप्रैल 2025 को हरिमन शर्मा को पद्मश्री से सम्मानित किया गया था। विश्वविद्यालय की चयन समिति ने देशभर में विभिन्न क्षेत्रों में उत्कृष्ट योगदान देने वाले प्रतिष्ठित पद्मश्री सम्मानित व्यक्तित्वों को मानद डॉक्टरेट देने का निर्णय लिया है, जिसमें हिमाचल प्रदेश के बिलासपुर जिला अंतर्गत घुमारवी क्षेत्र के पन्याला गांव से संबंध रखने वाले बागवान हरिमन शर्मा का नाम भी शामिल है।
दीक्षांत समारोह में वर्ष 2024 के पोस्ट-ग्रेजुएशन, ग्रेजुएशन, डिप्लोमा कार्यक्रमों और शोधार्थियों को उपाधियां प्रदान की जाएंगी। साथ ही प्रतिभाशाली विद्यार्थियों को स्वर्ण और रजत पदक से भी सम्मानित किया जाएगा।
हरिमन शर्मा ने बताया कि उनकी विकसित HRMN-99 सेब की किस्म 40 से 45 डिग्री सेल्सियस तापमान वाले गर्म क्षेत्रों में भी सफलतापूर्वक फसल दे रही है। अब तक भारत के 29 राज्यों में इस किस्म के करीब 17 लाख पौधे रोपित किए जा चुके हैं। उनके इस नवाचार के लिए उन्हें कई राष्ट्रीय और राज्य स्तरीय पुरस्कारों से भी सम्मानित किया जा चुका है।
मानद पीएचडी के लिए चयनित होने पर खुशी जाहिर करते हुए हरिमन शर्मा ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और विश्वविद्यालय प्रशासन का आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि HRMN-99 की सफलता के बाद अब वे आड़ू, प्लम और खुमानी जैसे फलों की उन्नत किस्मों के विकास पर कार्य कर रहे हैं, ताकि देशभर में इन फलों की बेहतर पैदावार सुनिश्चित की जा सके।





