
खबर अभी अभी ब्यूरो
नेर चौक,
निर्वाचक रजिस्ट्रीकरण अधिकारी एवं उप-मंडलाधिकारी बल्ह, स्मृतिका की अध्यक्षता में आज 34 बल्ह (अ.जा.) विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र के विभिन्न राजनैतिक दलों के प्रतिनिधियों के साथ बैठक का आयोजन किया गया। बैठक में निर्वाचक रजिस्ट्रीकरण अधिकारी ने बताया कि भारत निर्वाचन आयोग मतदाता सुविधा के लिए प्रतिबद्ध है। मतदाता पंजीकरण, मतदाता जागरूकता और मतदान केंद्र से संबंधित प्रक्रिया पर राजनैतिक दलों के प्रतिनिधियों के साथ विचार-विमर्श किया गया।
बैठक में मतदाता सूची, विशेष संक्षिप्त पुनरीक्षण, मतदाता जागरूकता, डाक मत पत्र से वोट की सुविधा और मतदाता पहचान पत्र के बारे में चर्चा की गई। इसके साथ मतदान प्रक्रिया में व्यापक सुधार लाने, जिसमें मतदाता सूची और मतदान संचालन इत्यादि मुद्दे शामिल हैं, को लेकर विभिन्न राजनैतिक दलों के प्रतिनिधियों से सुझाव आमंत्रित किए गए। इस दौरान उपस्थित राजनैतिक दलों के प्रतिनिधियों ने 80 वर्ष से अधिक आयु वर्ग के बुजुर्ग मतदाताओं को घर से ही मतदान देने की सुविधा का सुझाव दिया। वर्तमान में चुनाव आयोग द्वारा 85 वर्ष से अधिक आयु वर्ग के मतदाताओं को घर से ही मतदान देने की सुविधा प्रदान की जा रही है। साथ ही यह सुझाव भी दिया गया कि गंभीर बीमारी से पीड़ित या चलने-फिरने में असमर्थ मतदाताओं को भी घर से ही मतदान देने की सुविधा दी जाए। इसके अलावा, आवश्यक सेवा कार्यकर्ताओं, जैसे चिकित्सा कर्मचारी, अग्निशमन सेवा कर्मचारी और एचआरटीसी ड्राइवरों को भी डाक मत पत्र के माध्यम से वोट देने का अधिकार दिया जाए। वर्तमान में, उन्हें अपने गृह निर्वाचन क्षेत्र में यात्रा करके वोट डालने की आवश्यकता होती है, जो असुविधाजनक है और उनके चुनावी भागीदारी को प्रभावित करता है।
राजनैतिक दलों के प्रतिनिधियों द्वारा दिए गए इन सुझावों को उचित प्रक्रिया के माध्यम से चुनाव आयोग तक पहुंचाया जाएगा। बैठक का मुख्य उद्देश्य जहां चुनावी प्रक्रिया के दौरान मतदाता सूची को बेहतर बनाना है, वहीं मतदान संचालन प्रक्रिया में भी मतदाताओं की सुविधानुसार व्यापक सुधार सुनिश्चित करना है। उन्होंने कहा कि किसी भी मतदान प्रक्रिया के दौरान राजनैतिक दलों की अहम भूमिका होती है, ऐसे में चुनाव आयोग ने चुनावी प्रक्रिया में सुधार लाने के लिए इस तरह की बैठकें आयोजित करने के निर्देश दिए हैं। साथ ही यह उम्मीद व्यक्त की कि भविष्य में भी विभिन्न राजनैतिक दल चुनावी प्रक्रिया में सुधार लाने के लिए अपने महत्वपूर्ण सुझाव देते रहेंगे।


