
#खबर अभी अभी सोलन ब्यूरो*
2 दिसंबर 2022
दिल्ली के अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (AIIMS) सर्वर हैकिंग मामले में बड़ा खुलासा हुआ है। सूत्रों के हवाले से खबर है कि एम्स के पांच प्रमुख सर्वर हैक किए गए थे। वहीं आशंका जताई जा रही है कि यह हैकिंग चीन से हुई थी। IFSO सूत्रों के मुताबिक, हैकिंग के दौरान पर्सनल डेटा भी लीक हुआ है और यह डेटा डार्कवेब (DARKWEB) के मेन डोमेन पर भी होने की संभावना है। डार्कवेब वर्ल्ड वाइड वेब (www) का एक हिस्सा है, जहां हैक हुआ या अवैध डेटा उपलब्ध होता है।
डार्क वेब पर हैक किए गए डेटा को अवैध रूप से बेचा और खरीदा भी जाता है। सूत्रों के मुताबिक डार्क वेब पर एम्स के डेटा को लेकर चर्चा और डील चल रही थी, इतना ही नहीं डार्क वेब पर एम्स का डेटा 1600 से ज्यादा बार सर्च किया गया। माना जा रहा है कि कई यूजर्स नेताओं और सेलिब्रिटीज के डेटा को खरीदने का इंतजार कर रहे थे।
बता दें कि एम्स का सर्वर 23 नवंबर की सुबह 7 बजे डाउन हुआ था। भारतीय कंप्यूटर आपात प्रतिक्रिया दल (सर्ट-इन), दिल्ली पुलिस और गृह मंत्रालय के प्रतिनिधि रैंसमवेयर हमले की जांच कर रहे हैं। रैंसमवेयर हमले के कारण कंप्यूटर तक पहुंच बाधित हो जाती है। सूत्रों ने बताया कि करीब 2400 कंप्यूटर में एंटीवायरस ‘मैन्युअल’ तरीके से डाला गया है।


