शिक्षकों को गरिमा और सुलभता को बढ़ावा देने के लिए सशक्त बनाने का एक महत्वपूर्ण कदम

इंडियन एसोसिएशन ऑफ मस्कुलर डिस्ट्रोफी (आईएएमडी) ने हाल ही में समावेशी शिक्षा पर एक ग्राउंडब्रेकिंग कैंप का आयोजन किया, जिसमें छह जिलों के प्रतिष्ठित शिक्षकों को एक साथ लाया गया। इस कार्यक्रम में एससीईआरटी के प्रिंसिपल और प्रतिष्ठित फैकल्टी सदस्यों ने भाग लिया।

इस कैंप में पचपन समर्पित शिक्षकों ने भाग लिया, जिनका उद्देश्य विशेष आवश्यकता वाले छात्रों के लिए समावेश और गरिमा के महत्व के बारे में संवेदनशील बनाना था। इंटरैक्टिव सत्रों और विशेषज्ञ अंतर्दृष्टि के माध्यम से, आईएएमडी ने समावेशी शिक्षा के सिद्धांतों और प्रथाओं की गहरी समझ को सुविधाजनक बनाया।

इस शिविर का मुख्य उद्देश्य शिक्षकों को एक सहायक और सुलभ शिक्षा वातावरण बनाने के लिए सशक्त बनाना था, जिससे विशेष आवश्यकता वाले छात्र गरिमा के साथ शिक्षा प्राप्त कर सकें। यह पहल आईएएमडी की प्रतिबद्धता को मजबूत करती है कि वह समावेशी शिक्षा को बढ़ावा देने और सहानुभूति और समझ की संस्कृति को बढ़ावा देने के लिए काम करता रहेगा।

आईएएमडी के प्रतिनिधि श्री विपुल गोयल ने कहा, “हमें गर्व है कि हम समावेशी शिक्षा की दिशा में शिक्षकों की मानसिकता को आकार देने में एक भूमिका निभा पाए हैं।” “हम मिलकर एक अधिक सहानुभूतिपूर्ण और समानता वाला समाज बना सकते हैं, जहां हर व्यक्ति को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा तक पहुंच हो।”

अधिक जानकारी के लिए, कृपया सचिव आईएएमडी से संपर्क करें: 9816158823

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