

छोटी काशी के नाम से मशहूर मंडी शहर में स्थित बाबा भूतनाथ मंदिर के स्वयंभू शिवलिंग पर 27 जनवरी तारा रात्रि से मक्खन चढ़ेगा। पहले दिन 21 किलो मक्खन से बाबा का शृंगार किया जाएगा। एक माह तक हर दिन अलग-अलग रूपों में बाबा का शृंगार होगा।इस दौरान शिवलिंग का जलाभिषेक नहीं होगा। केवल दृढ़ कंबल रूपी मक्खन चढ़ाया जाएगा। लोगों से शुद्ध मक्खन एकत्रित करने की प्रक्रिया शुरू हो गई है।
भूतनाथ मंदिर में शिवलिंग पर पहले दिन मंदिर के महंत, पुजारी व अन्य श्रद्धालुओं द्वारा मक्खन चढ़ाया जाता है। इसके पश्चात एक माह तक मंदिर में हर रोज श्रद्धालु मक्खन को चढ़ाते हैं। बाबा भूतनाथ के महंत देवानंद सरस्वती ने बताया कि 27 जनवरी से लेकर अंतरराष्ट्रीय महाशिवरात्रि तक भगवान शिव को जल न चढ़ाकर मक्खन ही चढ़ाया जाएगा।उन्होंने कहा कि शिवरात्रि के दिन भगवान का जलाभिषेक के साथ शृंगार किया जाएगा।महंत देवनन्द सरस्वती ने बताया कि बाबा भूतनाथ मंदिर में मक्खन चढ़ाने की परंपरा 1527 ई. से मंडी नगर की स्थापना से चली आ रही है। मक्खन से पूरे एक महीने शिवरात्रि के दिन तक देशभर के अलग-अलग प्राचीन मंदिरों के रूपों में बाबा का शृंगार किया जाता है। यह परंपरा शिवरात्रि के एक महीने से शुरू हो जाती है।



