

कुनिहार की प्रसिद्ध प्राचीन शिव ताण्डव गुफा में शिवरात्रि पर्व पर चल रही 11 दिवसीय शिव महापुराण कथा में स्थानीय लोगों सहित दूर दूर के क्षेत्रों से भक्त कथा श्रवण करने पहुंच रहें हैं। शुक्रवार को कथा के सातवें दिन कथा वाचक आचार्य जीतराम शर्मा ने शिव पार्वती विवाह का सुंदर वर्णन भक्तों को सुनाया। शिव महापुराण कथा में पंडित जीत राम शर्मा ने तारकासुर की कथा सुनाई। उन्होंने बताया कि शिवपुत्र कार्तिकेय ने तारकासुर का वध कर देवताओं को भयमुक्त किया।
उन्होंने कहा कि असुर तारकासुर ने भगवान शिव की घोर तपस्या की, जिससे प्रसन्न होकर भगवान शिव ने उसे वरदान दिया कि ब्रह्मांड में कोई भी उसे मार नहीं सकेगा। उसका वध केवल महादेव के पुत्र के हाथों ही हो सकेगा। यह विशेष वरदान हासिल कर तारकासुर तीनों लोकों पर अत्याचार करने लगा। उससे सभी देव और मनुष्य भयभीत हो गए। माता सती के आत्मदाह के बाद से शिव जी वैरागी होकर समाधि में लीन थे, इधर सभी देवता गण तारकासुर के अत्याचार से पीड़ित हो गए थे और वे ब्रह्मा जी के पास सहायता के लिए गए, लेकिन उनसे कोई मदद नहीं मिली। उन्होंने इतना ही बताया कि तारकासुर का वध केवल शिव पुत्र के हाथों ही हो सकता है। अब समस्या यह थी कि वैरागी भगवान शिव को गृहस्थ कैसे बनाया जाए ताकि उनका माता पार्वती से विवाह हो और शिव पुत्र जन्म लें। कामदेव ने प्रयास किया तो वे शिव के क्रोध का कोपभाजन बने।
उधर, माता पार्वती भगवान शिव को पति स्वरूप में पाने के लिए कठोर तप कर रही थी। अंतत: भगवान शिव उनसे प्रसन्न हुए और दोनों का विवाह हुआ। आचार्य ने कुमार कार्तिकेय के जन्म का प्रशंग सुनाया। शुभ समय आने पर भगवान कार्तिकेय ने देवासुर संग्राम में असुर तारकासुर का वध कर दिया और तीनों लोकों में पुन: सत्य और धर्म की स्थापना हुई।
कथा के दौरान कथा वाचक जीतराम शर्मा ने श्रोताओं को बताया कि सनातन धर्म से छेड़छाड़ करने से संसार में आसुरी शक्तियां बढ़ती है। हमें धर्म के अनुसार ही कार्य करना चाहिए । अंहकार कभी न करें,अंहकार जीवन को नष्ट कर देता है। उन्होंने कहा तीर्थ स्थानों पर मर्यादा बनाकर रखनी चाहिए ,तीर्थ स्थलों पर टूरिस्ट बनकर नहीं तीर्थ यात्री बनकर जाना चाहिए। तभी मनुष्य का उधार होगा।
इस अवसर पर गुफा विकास समिति अध्यक्ष राम रतन तनवर, उपाध्यक्ष अमरीश ठाकुर,मीडिया प्रभारी मनोज भारद्वाज,जोगिंदर सिंह कंवर,गुमान कंवर ,नेकराम वर्मा सहित समिति व शंभू परिवार के सदस्यों सहित काफी संख्या में शिव भक्त मौजूद रहे।



