
हिमाचल प्रदेश के चंबा जिले की भजोत्रा पंचायत के मटवाड़ गांव के चार नाबालिग बच्चों से मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने बातकर उनके लिए मदद को हाथ बढ़ाने की बात कही। इससे अमर उजाला की नाबालिग बच्चों को लेकर चलाई गई मुहिम कामयाब होती नजर आई। दैनिक समाचार पत्र ने क्रमबार खबरों को प्रमुखता से प्रकाशित किया। इससे अब धरातल पर बच्चों के घर की नींव रखने के बाद अब अन्य मदद भी मिलेगी। एपीआरओ शिमला विशेष तौर पर बच्चों से मिलकर उनकी मदद के लिए गांव में पहुंचे।
इस दौरान मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने चंबा जिला के भजोत्रा पंचायत के बेसहारा बच्चों से वीडियो कॉल पर बात की। उन्होंने कहा कि सभी बच्चों की पढ़ाई जारी रहेगी। सरकार उनकी शिक्षा और रहन-सहन का खर्च उठाएगी। निशा को 11वीं और 12वीं की पढ़ाई फिर से शुरू करने के लिए कहा गया है। बच्चों को सरकारी योजनाओं का लाभ दिया जाएगा और जमीन के लोन का भी हल निकालने का भी आश्वासन दिया। बता दें, 2021 में पिता के देहांत और बाद में मां के छोड़कर जाने से ये नाबालिग काफी समय से जर्जर गोशाला में रहने के लिए मजबूर हैं। अमर उजाला ने इस मामले को प्रमुखता से प्रकाशित किया था। मुख्यमंत्री के संज्ञान लेने के बाद एसडीएम त्वरित कार्रवाई करते हुए बच्चों से मिले थे। बच्चों को सुख आश्रय योजना के तहत लाभ दिया जाएगा। साथ ही इनके लिए पक्के घर का निर्माण भी किया जा रहा है।





