
Mandi : एनएच-003 के निर्माण कार्य के दौरान की गई भारी कटिंग अब स्थानीय लोगों के लिए गंभीर परेशानी और खतरे का कारण बनती जा रही है। निर्माण कार्य के तहत नरेंद्र पंडित एवं मनीष शर्मा के आवासों के सामने की गई कटिंग से उनके मकानों में गहरी और गंभीर दरारें आ गई हैं। इससे न केवल भवनों की संरचनात्मक मजबूती प्रभावित हुई है, बल्कि किसी भी अप्रिय घटना की आशंका भी बनी हुई है।
स्थानीय लोगों के अनुसार, सुरक्षा के लिहाज से ढंगे (रिटेनिंग वॉल) का कार्य काफी समय तक शुरू ही नहीं किया गया। लंबे इंतजार के बाद जब ढंगे का काम आरंभ हुआ, तो वह भी निर्माण सामग्री की समय पर और पर्याप्त आपूर्ति न होने के कारण बीच में ही रोक दिया गया। अधूरा छोड़ा गया यह कार्य लगातार जोखिम को बढ़ा रहा है, खासकर बरसात के मौसम में भूस्खलन और मकानों को और अधिक नुकसान पहुंचने की आशंका जताई जा रही है।
मामले की गंभीरता को देखते हुए पूर्व प्रो-वाइस चांसलर अनुपमा सिंह शर्मा प्रभावित परिवारों से मिलने पहुंचीं। उन्होंने मौके पर जाकर स्थिति का प्रत्यक्ष निरीक्षण किया और प्रभावित परिवारों से बातचीत कर उनकी समस्याएं सुनीं। अनुपमा सिंह शर्मा ने निर्माण कार्य में हो रही देरी पर चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि इस तरह की लापरवाही आम नागरिकों की जान-माल को खतरे में डाल सकती है। उन्होंने संबंधित विभागों से मामले को प्राथमिकता के आधार पर सुलझाने की आवश्यकता पर जोर दिया।
प्रभावित परिवारों ने प्रशासन और संबंधित विभाग से मांग की है कि ढंगे के कार्य के लिए आवश्यक निर्माण सामग्री की आपूर्ति तुरंत सुनिश्चित की जाए और अधूरा पड़ा कार्य शीघ्र पूरा करवाया जाए। उनका कहना है कि यदि समय रहते उचित कदम नहीं उठाए गए, तो मकानों को और अधिक नुकसान होने के साथ-साथ किसी बड़े हादसे से भी इनकार नहीं किया जा सकता।
स्थानीय लोगों ने भी प्रशासन से आग्रह किया है कि एनएच-003 के निर्माण कार्य के दौरान सुरक्षा मानकों का सख्ती से पालन किया जाए और प्रभावित परिवारों को उचित सुरक्षा एवं राहत प्रदान की जाए, ताकि क्षेत्र में रह रहे लोगों की जान-माल की सुरक्षा सुनिश्चित हो सके।





