
अंतरराष्ट्रीय कुल्लू दशहरा में तहसीलदार कुल्लू और मणिकर्ण घाटी के देवलुओं के बीच हुए विवाद मामले में पुलिस ने सात लोगों को गिरफ्तार किया। जिन्हें बाद में नोटिस देकर रिहा किया गया है। सभी को भविष्य में पुलिस की जांच में शामिल होना होगा और वह जिला को छोड़कर बाहर नहीं जा सकेंगे। दशहरा के दौरान पनपे विवाद को लेकर पुलिस ने अपनी जांच तेज की है।
बताया जा रहा है कि सोमवार को भी दो से तीन देवलुओं से पुलिस ने पूछताछ की है। जबकि अन्य लोगों से पहले ही पुलिस पूछताछ कर चुकी है। पुलिस अधीक्षक कुल्लू ने मामले की जांच का जिम्मा पुलिस उप अधीक्षक आनी को सौंपा है। पुलिस ने घटना के वायरल वीडियो के आधार पर पहले देवलुओं की पहचान की और बाद में जिसकी पहचान होती गई, उसे कुल्लू थाना पूछताछ के लिए बुलाया गया।
मामले में और लोगों को भी पूछताछ के लिए बुलाया जा सकता है। उल्लेखनीय है कि कुल्लू दशहरा के पहले ही दिन यह विवाद हो गया था। इसमें तहसीलदार कुल्लू हरि सिंह दशहरा ड्यूटी में तैनात थे और किसी बात लेकर देवलुओं से उनका विवाद हो गया था। देवलुओं का आरोप है कि तहसीलदार देवता के अस्थायी शिविर में जूते पहनकर घुस गए थे। देवलुओं पर आरोप है कि वह तहसीलदार को घसीटने हुए देवता के अस्थायी शिविर तक ले गए, जहां उन्हें प्रताड़ित किया गया। पुलिस अधीक्षक कुल्लू डॉ. कार्तिकेयन ने कहा कि पुलिस जांच कर रही है।
डीजीपी ने दिया निष्पक्ष जांच का आश्वासन, आज काम पर लौटेंगे राजस्व अफसर
राजस्व अधिकारी संघ के प्रतिनिधिमंडल ने सोमवार को पुलिस मुख्यालय में पुलिस महानिदेशक से मुलाकात कर तहसीलदार कुल्लू के साथ हुई अभद्रता की घटना पर कड़ा रोष जताया और दोषियों के खिलाफ तुरंत सख्त कार्रवाई की मांग की। डीजीपी अशोक तिवारी ने पदाधिकारियों को आश्वस्त किया कि पुलिस विभाग इस घटना को लेकर गंभीर है और निष्पक्ष कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी। उन्होंने बताया कि अब तक सात आरोपियों को गिरफ्तार किया जा चुका है और जांच जारी है। प्रतिनिधिमंडल में संघ के अध्यक्ष नरेश सिंह वर्मा (तहसीलदार जुंगा), महासचिव विपिन वर्मा अर्की), कार्यकारी सदस्य विवेक नेगी ठियोग और राजेश जयराल (तहसीलदार थुरल) तथा सलाहकार संजीत शर्मा (जिला राजस्व अधिकारी शिमला) शामिल रहे। उधर, डीजीपी के आश्वासन के बाद अब मंगलवार से सभी राज्सव अधिकारी काम पर लौट आएंगे।





