वामपंथी दलों का हिमाचल में कोई जनाधार नहीं, सिर्फ कांग्रेस के प्रवक्ता बनकर कर रहे हैं राजनीति: महेंद्र धर्माणी

खबर अभी अभी ब्यूरो

शिमला

भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता महेंद्र धर्माणी ने वामपंथी दलों, विशेष रूप से भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी) (सीपीएम) पर तीखा प्रहार करते हुए कहा कि हिमाचल प्रदेश में इनकी कोई राजनीतिक जमीन नहीं बची है। उन्होंने कहा कि सीपीएम केवल कांग्रेस के प्रवक्ता की तरह काम कर रही है और जनता से जुड़े मुद्दों पर इनकी कोई गंभीरता नहीं है।

महेंद्र धर्माणी ने कहा कि सुखविंदर सिंह सुक्खू सरकार के कुप्रबंधन के कारण प्रदेश की आर्थिक स्थिति बदहाल हो चुकी है। कांग्रेस सरकार की अदूरदर्शी नीतियों के कारण प्रदेश ऋण के बोझ तले दबता जा रहा है और सरकारी कर्मचारियों को वेतन देने तक के पैसे नहीं हैं। इस पर वामपंथी दलों की चुप्पी यह साबित करती है कि वे सिर्फ कांग्रेस के भोपू बनकर काम कर रहे हैं, न कि जनता के मुद्दों को लेकर गंभीर हैं।
धर्माणी ने कहा कि सीपीएम और अन्य वामपंथी दल केवल विरोध और आंदोलन की राजनीति करते हैं। जब जनता उन्हें सत्ता सौंपती है, तो ये पूरी तरह असफल साबित होते हैं। यही कारण है कि हिमाचल में भाजपा सरकार और केंद्र की मोदी सरकार जनता के हितों के लिए काम कर रही है, जबकि वामपंथी केवल झूठी बयानबाजी में लगे हैं।

भाजपा प्रवक्ता ने कहा कि हिमाचल प्रदेश को केंद्र सरकार की कई महत्वपूर्ण योजनाओं से सीधा लाभ मिल रहा है, जिससे प्रदेश में विकास को गति मिली है। उन्होंने कहा अटल टनल रोहतांग यह सुरंग सामरिक दृष्टि से महत्वपूर्ण होने के साथ-साथ पर्यटन और आर्थिक विकास को भी बढ़ावा दे रही है।आयुष्मान भारत योजना: लाखों गरीब परिवारों को मुफ्त स्वास्थ्य सुविधाएं मिल रही हैं। प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क योजना ग्रामीण क्षेत्रों में बेहतर सड़क नेटवर्क से जुड़ाव बढ़ा है। हाइड्रो पावर प्रोजेक्ट्स केंद्र सरकार के सहयोग से जल विद्युत परियोजनाओं को गति दी जा रही है, जिससे रोजगार के अवसर बढ़े हैं।उज्ज्वला योजना हजारों गरीब महिलाओं को मुफ्त गैस कनेक्शन उपलब्ध कराए गए हैं, जिससे उनका जीवन स्तर सुधरा है।

महेंद्र धर्माणी ने कहा कि हिमाचल की जनता ने वामपंथ को पूरी तरह नकार दिया है। 2017 में सीपीएम के पास राकेश सिंघा की एकमात्र सीट थी, लेकिन 2022 में वह भी चली गई। नगर निगम और अन्य स्थानीय निकाय चुनावों में भी वामपंथी दलों की कोई स्थिति नहीं रही। यह साफ संकेत है कि हिमाचल की जनता को केवल विकास चाहिए, न कि अनावश्यक विरोध और विघटनकारी राजनीति।

महेंद्र धर्माणी ने कहा कि यदि सीपीएम वास्तव में जनता की भलाई चाहती है, तो उसे सिर्फ नकारात्मक राजनीति करने के बजाय विकास कार्यों में योगदान देना चाहिए। लेकिन दुर्भाग्य से, यह पार्टी केवल आंदोलन और विरोध तक ही सीमित रह गई है। भाजपा सरकार जनहित में कार्य कर रही है और जनता इसका समर्थन कर रही है। यही कारण है कि वामपंथी दल हिमाचल में पूरी तरह अप्रासंगिक हो चुके हैं।

“वामपंथी दलों को यह समझ लेना चाहिए कि हिमाचल प्रदेश की जनता विकास चाहती है, न कि फालतू की बयानबाजी। केंद्र भाजपा सरकार प्रदेश के उज्ज्वल भविष्य के लिए काम कर रही है, जबकि सीपीएम और कांग्रेस केवल जनता को गुमराह करने में लगी हैं।”

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