
पांवटा साहिब की विदित फार्मा कंपनी में ईडी की रेड चल रही है सुबह से ही ईडी की टीम किशनपुरा स्थित विदित फार्मा में बैठी हुई है बता दे की विदित फार्मा कंपनी के अलावा विदित फार्मा कंपनी मलिक के पुश्तैनी घर पानीपत में भी ईडी की रेड चल रही है इस पूरे मामले में विदित फार्मा द्वारा नशा कारोबार से कमाई गई अवैध करोड़ों रुपए की काली कमाई का इस्तेमाल प्रॉपर्टी बनाने में हुआ है यह रेड हिमाचल प्रदेश स्थित उनकी विदित फार्मास्यूटिकल कंपनी से जुड़े केस को लेकर हुई है जिसमें अवैध तरीके से कफ सिरप की बिक्री कर प्रॉपर्टी बनाने का आरोप हैl कंपनी के एक मालिक नीरज भाटिया इस मामले में दो महीने से अधिक जेल में रहकर आए हैं ईडी को शक है कि कंपनी से अवैध दवा बिक्री के पैसे से भाटिया परिवार ने जमीन खरीदी है इसी के दस्तावेजों की पड़ताल की जा रही है उपरोक्त मामले में पहले ही जम्मू नारकोटिक्स टीम विदित फार्मा कंपनी मालिक नीरज भाटिया को अरेस्ट कर चुकी है आरोप है कि उन्होंने तीन लाख कफ सिरप बोतलें अवैध तरीके से बनाकर बेची जिसकी करोड़ों रुपए की काली कमाई पांवटा साहिब में इन्वेस्ट की गई है बता दें कि पावटा साहिब के कथित कांग्रेसी नेता अवनीत सिंह लांबा भी इस नशा तस्करी में शामिल कंपनी में पार्टनर बताए जाते हैं और आरोप लगाते रहे हैं कि कंपनी के अवैध करोड़ों रुपए पावटा साहिब में प्रॉपर्टी और क्रेशरो में इन्वेस्ट करने का काम करते हैं बताया है कि ढिशुम सिनेमा हॉल में भी विद्युत कंपनी के काली कमाई के करोड़ों रुपए लगे हुए हैं इतना ही नहीं पावटा साहिब में ही एक पांच बीघा से अधिक की भूमि विदित फार्मा कंपनी द्वारा खरीदी गई है और उसे जमीन में अवनीत सिंह लांबा नवीन भाटिया और नीरज भाटिया के नाम मालिकाना हक के तौर पर दर्ज किए गए हैं उपरोक्त कांग्रेसी नेता भी ईडी और जम्मू नारकोटिक्स टीम के शक के दायरे में रहे हैं एक और जहां हिमाचल प्रदेश सरकार के मुख्यमंत्री अपने विधायकों और कार्यकर्ताओं को नशा माफिया से दूर रहने के लिए सख्त निर्देश दे रहे हैं वहीं दूसरी ओर पूर्व मंडल अध्यक्ष अवनीत लांबा विदित फार्मा कंपनी के साथ मिलकर उनकी अवैध काली कमाई को इन्वेस्ट करने में अहम भूमिका निभाते देख रहे हैं ऐसे में हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री के दावों पर भी यह धूल उड़ाते दिख रहे हैं





