
अंतरराष्ट्रीय कुल्लू दशहरा उत्सव का समापन बुधवार को उप मुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री ने किया। उन्होंने सभी लोगों को दशहरा की बधाई दी। कहा कि दशहरा में 262 देवता शामिल हुए हैं। इस मौके पर उन्होंने देवताओं के बजंतरियों के भत्ते को 10 फीसदी बढ़ाने की घोषणा की है। इसके अलावा जिले के दूरदराज इलाकों से आने देवी-देवताओं के दूरी भत्ते में भी वृद्धि की गई।
कुल्लू कार्निवल में दिखी कुल्लवी संस्कृति
अंतिम दिन बुधवार को कुल्लू कार्निवल का आयोजन किया गया। उप मुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री ने कार्निवल का शुभारंभ किया। इस मौके पर जिला भर के सांस्कृतिक दलों ने ठेठ ग्रामीण संस्कृति का प्रदर्शन किया। कुल्लू कार्निवल में कुल्लवी संस्कृति की झलक देखने को मिली। महिला मंडलों की महिलाओं ने ढालपुर मालरोड में झांकी निकाली गई। महिलाओं की उपस्थिति से ढालपुर का मालरोड रंग-बिरंगा नजर आया।
कुल्लू दशहरा से लाैटने लगे निरमंड,आनी और बंजार के देवी-देवता
अंतरराष्ट्रीय कुल्लू दशहरा उत्सव में पहुंचे देवी देवता के हारियान बुधवार सुबह से ही देवी-देवताओं के साथ देवालय की ओर लौटने लगे हैं। सुबह उठते ही दूरदराज क्षेत्र निरमंड,आनी और बंजार घाटी के देवलू अस्थायी शिविर समेटकर देवी देवताओं सहित ढोल-नगाड़ों के साथ रवाना हुए। हालांकि, कुछ देवी-देवताओं का रथ यात्रा में शामिल होना जरूरी होता है। ऐसे में ये देवी-देवता अभी अस्थायी शिविर में विराजमान हैं।





