
#खबर अभी अभी धर्मशाला ब्यूरो*
29 जुलाई 2023
पिछले करीब एक सप्ताह से भूख हड़ताल पर बैठे शिक्षा विभाग में कार्यरत जलवाहक कम सेवादार कर्मचारी संघ ने शुक्रवार को अपनी भूख हड़ताल एसडीएम धर्मशाला के आश्वासन के बाद खत्म कर दी। इससे पहले संघ के कर्मचारियों ने कोई सुनवाई न होने पर आत्मदाह करने की चेतावनी दी थी, जिस पर हरकत में आते हुए शुक्रवार को जिलाधीश कांगड़ा के निर्देशों के बाद एसडीएम धर्मशाला संघ से मिलने पहुंचे थे। जलवाहक संघ नूरपुर के अध्यक्ष मदन लाल ने बताया कि शिक्षा विभाग में कार्यरत जलवाहक कम सेवादार कर्मचारी संघ धर्मशाला में उपनिदेशक उच्च शिक्षा कार्यालय के बाहर अपनी मांगों को लेकर भूख हड़ताल पर बैठे हैं।
कई बार सरकार को अपनी मांगों बारे अवगत करवाया, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हो पाई। हाल ही में आयोजित कैबिनेट मीटिंग से पहले भी संघ ने सरकार को चेताया था कि इस बैठक में कोई निर्णय नहीं लिया गया तो आमरण अनशन शुरू किया जाएगा। इसके बावजूद सरकार ने उनकी ओर कोई ध्यान नहीं दिया। इस पर शुक्रवार को संघ की नूरपुर ब्लाक इकाई के अध्यक्ष मदन लाल ने मीडिया के माध्यम से मांगें पूरी न होने पर आत्मदाह की चेतावनी दी थी। इसकी सूचना जब जिला प्रशासन को मिली तो एसडीएम धर्मशाला को जलवाहकों से बातचीत को भेजा गया।
एसडीएम के आश्वासन के बाद संघ ने इस भूख हड़ताल को खत्म कर दिया है। उन्होंने बताया कि मैंने जो आत्मदाह का निर्णय था, इसकी सूचना मिलने पर एसडीएम धर्मशाला हमारे पास आए, जिन्होंने आश्वासन दिया है कि हमारी मांगों को सरकार के समक्ष रखेंगे। एसडीएम के आग्रह पर आत्मदाह का फैसला जरूरी वापस लिया है, लेकिन सरकार से यही निवेदन है कि हमारे लिए उचित निर्णय लिया जाए। उन्होंने बताया कि सरकार की पॉलिसी के अनुसार जलवाहकों को 11 साल बाद नियमित करने की बात कही गई है। कई जलवाहक अपना 11 साल कार्यकाल पूरा कर चुके हैं, लेकिन सरकार की ओर से न तो कोई नोटिफिकेशन जारी की गई और न ही नियमित किया गया। प्रदेश भर में 750 के करीब जल वाहक शिक्षा विभाग में कार्यरत है, कांगड़ा में लगभग 160 कर्मचारी है।
वहीं इस संदर्भ में एसडीएम धर्मशाला धर्मेश रमोत्रा ने बताया कि जलवाहक अपने नियमितिकरण को लेकर भूख हड़ताल पर बैठे थे, जिन्होंने विभाग को ज्ञापन भी भेजा था। जैसे ही प्रशासन को पता चला कि जलवाहक भूख हड़ताल पर बैठे हैं, जिनकी बातचीत आगे नहीं बढ़ पाई थी। डीसी कांगड़ा के निर्देशानुसार मैं इनसे मिलने आया हूं। हमारे आग्रह पर इन्होंने अपना आमरण अनशन समाप्त किया है, हमने भी इन्हें आश्वासन दिया है कि इनकी मांगों को सरकार को भेज दिया जाएगा।
#खबर अभी अभी धर्मशाला ब्यूरो*


