
साल का आखिरी चंद्र ग्रहण कल
पंडित गोपाल कृष्ण शास्त्री ने कहा कि चंद्रग्रहण के बाद स्नान और दान का विशेष महत्व होता है। चंद्रग्रहण के बाद पानी में थोड़ा गंगाजल मिलाकर स्नान करें और इसके बाद दान करें।
#खबर अभी अभी सोलन ब्यूरो*
7 नवंबर 2022
चंद्र ग्रहण कार्तिक शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा को आठ नवंबर को भारतीय समयानुसार शाम पांच बजकर 32 मिनट से शुरू होगा। चंद्रग्रहण शाम 6 बजकर 18 मिनट पर समाप्त होगा। जिला कुल्लू में करीब इसी समय के आसपास चंद्रग्रहण दिखेगा। चंद्र ग्रहण का सूतक काल सुबह 9 बजकर 21 मिनट पर शुरू होगा और शाम 6 बजकर 18 मिनट पर खत्म होगा।
पंडित गोपाल कृष्ण शास्त्री ने कहा कि चंद्रग्रहण के दौरान भूलकर भी सोना नहीं चाहिए। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, ऐसा करने से व्यक्ति में रोग आदि बढ़ जाता है। इसके अलावा ग्रहण के दौरान गर्भवती महिलाओं को घर से बाहर बिल्कुल नहीं जाना चाहिए। जब ग्रहण चल रहा हो उस समय किसी भी नुकीली और धारदार चीज के इस्तेमाल नहीं करना चाहिए।
चंद्रग्रहण काल के समय पूजा-अर्चना नहीं करनी चाहिए। साथ ही मंदिर के गेट तक बंद कर दिए जाते हैं, लेकिन इस दौरान अपने मन में अपने इष्ट देव की उपासना कर सकते हैं। शास्त्री ने बताया कि चंद्रग्रहण के बाद स्नान और दान का भी विशेष महत्व होता है। चंद्रग्रहण के बाद पानी में थोड़ा गंगाजल मिलाकर स्नान करें और इसके बाद दान करें। दान करना बहुत शुभ माना जाता है।





