
#खबर अभी अभी किन्नौर ब्यूरो*
18 सितंबर 2023

किन्नौर में 10 दिनों के बाद निगुलसरी सेक्टर 26 के पास अवरुद्ध एनएच पांच रविवार करीब 12:30 बजे बहाल हो गया। एनएच बहाल होने से शिमला से किन्नौर और किन्नौर से शिमला की ओर जाने वाले वाहनों की आवाजाही सूचारू रूप से शुरू होने से लोगों ने राहत की सांस ली है। कई दिनों से एनएच पांच निगुलसरी के दोनों ओर फंसे वाहनों की आवाजाही शुरू होने से भी वाहन चालकों ने राहत की सांस ली।
अब जिले के सैकड़ों बागवानों और किसानों को अपने नकदी फसल और सेब विभिन्न मंडियों में पहुंचाने में किसी प्रकार की परेशानी नहीं होगी। पिछले 10 दिनों से एनएच बहाल न होने से बागवानों ने अपने सेब का तुड़ान रोक दिया था। अब एनएच बहाल होने से बागवान अपने सेब को मंडियों में पहुंचा सकते हैं। उक्त सड़क को खोलने क लिए राजस्व, बागवानी एवं जनजातीय विकास मंत्री जगत सिंह नेगी पिछले 10 दिनों से निगलुसरी में दिन रात डटे रहे और एनएच खोलने में लगे सभी अधिकारियों और मजदूरों को दिशा-निर्देश देते रहे।
इसके तहत एनएच बहाल हो पाया। मंत्री जगत सिंह नेगी ने हरी झंडी दिखा कर वाहनों को रवाना किया। निगुलसेरी के पास भूस्खलन और भारी भरकम चटान गिरने से लगभग 500 मीटर सड़क पूरी तरह से ढह जाने से एनएच पांच का नामोनिशान मिट गया था। वहीं 100 मीटर के लगभग पक्की चटान को काटकर नई सड़क बनाना एनएच प्राधिकरण के लिए चुनौती बना हुआ था, लेकिन दिन रात मेहनत करके उन्होंने एनएच पांच को बहाल किया है।
इसके अलावा एनएच निगुलसरी के दोनों ओर स्थानीय पंचायतों, स्वयं सेवियों, महिला मंडल तरांडा, युवक मंडल सहित आसपास के महिलाओं मंडलों, जनप्रतिनिधियों ने भी एक सप्ताह से यात्रियों के लिए खाने पीने की व्यवस्था की। उधर, राजस्व, बागवानी एवं जनजातीय विकास मंत्री जगत सिंह नेगी ने बताया कि अब एनएच पांच निगलुसरी वाहनों के लिए बहाल कर दिया है।
जिले के लोगों सहित देश विदेश के आने वाले पर्यटकों को भी किसी प्रकार परेशानी नहीं होगी। उन्होंने कहा कि अब यात्रियों और बागवानों किसी प्रकार की परेशानी नहीं होगी। उन्होंने कहा कि उक्त एनएच बहाल होने करने में एनएच प्राधिकरण, निजी कंपनी, सेना की मशीनें, प्रशासन ,पुलिस और जनप्रतिनिधियों का बहुत ही योगदान रहा है।
एनएच बहाल करने वालों को किया सम्मानित
पिछले 10 दिनों से निगुलसरी के पास बंद एनएच पांच को बहाल करने में लगे सभी लोगों को राजस्व, बागवानी एवं जनजातीय विकास मंत्री जगत सिंह नेगी ने किन्नौरी टोपी और खतक पहना कर सम्मानित किया और मनोबल बढ़ाया, ताकि भविष्य में भी ऐसी परिस्थिति उत्पन्न होने पर इस तरह का कार्य करने की प्रेरणा सभी को मिल सके। इस दौरान मंत्री जगत सिंह नेगी ने मौजूद लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि निगुलसरी एनएच पांच में जिन लोगों ने अपनी जान जोखिम में डालकर एनएच बहाली कार्य किया है, उन्होंने एक मिसाल कायम की है।
उन्होंने कहा कि निगुलसरी में तीन दिन के रिकार्ड समय में दो रज्जू मार्ग लगाए और इसके अलावा तरांडा मंदिर के पास जो रज्जू मार्ग बंद पड़ा था उसे भी चालू किया। इससे किन्नौर जिले के लोगों की सेब, मटर की फसल लिफ्ट की गई। इसके अलावा किन्नौर जिले से वाया कुजूम होते हुए सेब को विभिन्न मंडियों में पहुंचाया गया। उन्होंने कहा कि पहली बार किसी प्राकृतिक आपदा में सड़क बहाली काम बीस-बीस घंटे तक किया गया।
उन्होंने कहा कि भाजपा नेता सूरत ने बेतुके ब्यान देकर एनएच बहाल करने वाले लोगों का मनोबल गिरने का काम किया है। निगुलसरी में एनएच बहाल करने का काम एक चुनौतीपूर्ण था, लेकिन सड़क बहाली के कार्य में जुटे लोगों के साहस के चलते इन मजदूरों ने जान जोखिम में डाल कर मार्ग को बहाल करने में अपना योगदान दिया। इस दौरान विभिन्न सरकारी महकमों के अलावा विभिन्न महिला मंडलों, व्यापार मंडलों, पंचायत जनप्रतिनिधियों ने भी निस्वार्थ अपनी सेवाएं यहां पर दी हैं। इसके लिए प्रदेश सरकार आभारी।
यहां आने जाने वाले लोगों के लिए खाने पीने की व्यवस्था करने के लिए क्षेत्र के लोग राशन पानी और अन्य सामग्री की व्यवस्था करने में लगे रहे। इस मौके पर एसडीएम भावानगर विमला शर्मा, डीएसपी भावानगर नरेश ठाकुर, तहसीलदार चंद्र मोहन ठाकुर, जिला कांग्रेस अध्यक्ष उमेश नेगी, किन्नौर फाउंडरेशन अध्यक्ष चंद्र गोपाल नेगी, स्टेट कोआपरेटिव निदेशक पिंताबर नेगी, एनएच एक्सईएन केएल सुमन, एक्सईन लोक निर्माण विभाग प्रमोद उप्रैती समेत अन्य लोग मौजूद रहे।
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