बताया जा रहा है कि परिचालन संबंधी कारणों से अभी कंपनियों ने उड़ानें शुरू नहीं की हैं। एक-दो दिन में भुंतर एयरपोर्ट के लिए होने वाली सभी नियमित उड़ानें शुरू होने की उम्मीद है। उधर, पर्यटन सीजन को देखते हुए पर्यटन कारोबारियों ने भुंतर हवाई अड्डे के लिए जल्द हवाई उड़ानों को शुरू करने की मांग की है। फेडरेशन ऑफ हिमाचल होटल एंड रेस्टोरेंट एसोसिएशन के प्रदेश अध्यक्ष गजेंद्र ठाकुर ने कहा कि इससे पर्यटन कारोबार को भी नुकसान हो रहा है। सीजफायर के बाद अब उड़ानों को शुरू किया जाना चाहिए। भुंतर एयरपोर्ट अथॉरिटी के निदेशक सिद्धार्थ कदम्ब ने कहा कि हवाई अड्डा बहाल कर दिया गया है। हालांकि, उड़ानें अभी शुरू नहीं हो सकी हैं।
हवाई सेवाएं बहाल होते ही प्रदेश में पर्यटन कारोबार ने पकड़ी रफ्तार
हवाई सेवाएं बहाल होते ही हिमाचल में पर्यटन कारोबार ने रफ्तार पकड़नी शुरू कर दी है। सीजफायर के बाद प्रदेश के पर्यटन स्थलों पर सैलानियों की संख्या बढ़नी शुरू हो गई थी। हवाई सेवाएं शुरू होने के बाद इसमें और अधिक इजाफा हुआ है। मंगलवार को चंडीगढ़ एयरपोर्ट से करीब 160 टैक्सियां पर्यटकों को लेकर शिमला, मनाली, धर्मशाला, मैकलोडगंज, चंबा और खजियार रवाना हुई। अंबाला और कालका रेलवे स्टेशन से भी बड़ी संख्या में टैक्सियों और टेंपो ट्रैवलरों में टूरिस्ट हिमाचल के विभिन्न पर्यटन स्थलों की ओर रवाना हुए। इस वीकेंड तक हिमाचल सैलानियों से पूरी तरह सराबोर होने की पूरी संभावना है। दिल्ली से शिमला के लिए हवाई सेवाएं शुरू होने का भी पर्यटन कारोबार को लाभ मिलेगा। देश के विभिन्न राज्यों और विदेशों से हिमाचल आने वाले सैलानी चंड़ीगढ़ एयरपोर्ट पर लैंड करते हैं और लग्जरी बसों और टैक्सियों में प्रदेश के पर्यटन स्थलों पर पहुंचते हैं। ट्रेवल एजेंट्स एसोसिएशन के महासचिव मनु सूद ने बताया कि शिमला और चंडीगढ़ एयरपोर्ट बहाल होने के बाद हिमाचल में हाई एंड टूरिस्टों की संख्या में भारी इजाफा होगा।