
#खबर अभी अभी सोलन ब्यूरो*
4 दिसंबर 2023

नगर निगम सोलन का महापौर और उपमहापौर कौन होगा, इसका फैसला प्रदेश का शीर्ष नेतृत्व लेगा। भाजपा में अभी भी असमंजस की स्थिति बनी हुई है। दोनों ही पार्टियों के शीर्ष नेतृत्व ने रविवार को पार्षदों की गुटबाजी सुलझाने के लिए पूरी कोशिश की। भाजपा के प्रदेशाध्यक्ष राजीव बिंदल के साथ देर शाम बैठक हुई। इससे पहले कांग्रेस और भाजपा की कई बैठकें हो चुकी हैं। पहली बार ऐसा देखने को मिल रहा है कि दोनों ही पार्टियां आमने-सामने की टक्कर में नहीं, बल्कि पार्षदों की आपसी गुटबाजी में उलझी हुई हैं। रविवार को कांग्रेस के तीन पर्यवेक्षक उद्योग मंत्री हर्षवर्धन सिंह, पीडब्ल्यूडी मंत्री विक्रमादित्य सिंह और सीपीएस संजय अवस्थी पार्षदों की गुटबाजी सुलझाने सोलन पहुंचे।
मंत्री ने सभी की फिर से राय जानी और सभी पहलुओं पर चर्चा की। कांग्रेस की बैठक दोपहर 12:00 बजे सर्किट हाउस में हुई। रविवार को सभी पार्षद बैठक में पहुंचे। हालांकि बैठक में महापौर और उपमहापौर के नाम को लेकर असमंजस बना रहा। बैठक के खत्म होने के बाद मंत्री हर्षवर्धन सिंह के साथ सभी बाहर आए। इस दौरान उन्होंने कहा कि विस्तार से चर्चा हुई है। फैसला हाईकमान पर सौंपा गया है। मुख्यमंत्री के समक्ष सभी बातों को रखा जाएगा। इसके बाद प्रदेश का शीर्ष नेतृत्व ही महापौर और उपमहापौर के नाम पर मुहर लगाएगा। कोशिश रहेगी कि चार दिसंबर को महापौर और उपमहापौर नगर निगम सोलन को मिल जाएगा।
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