
#खबर अभी अभी सोलन ब्यूरो*
20 अप्रैल 2024
हिमाचल प्रदेश के औद्योगिक क्षेत्र परवाणू के लोगों को राहत पहुंचाने वाली कौशल्या खड्ड पेयजल योजना के पानी में सीवर और गंदगी घुल रही है। कालका-शिमला नेशनल हाईवे पर चक्की मोड़ से परवाणू तक के ढाबे और होटल गंदगी और सीवर को कौशल्या खड्ड में छोड़ रहे हैं। हैरत की बात है कि इस ओर विभागों की ओर से आज तक ध्यान नहीं दिया गया। इसके चलते अब परवाणू में डायरिया फैल गया है। हालांकि हर बार डायरिया के मामले आते हैं। लेकिन इस बार डायरिया का प्रकोप ज्यादा है। वर्तमान में भी इसी पानी की सप्लाई शहर में हो रही है। अभी तक पानी के तीन सैंपल फेल हो गए हैं। परवाणू से पहले कई जगहों में सीवर और गंदगी छोड़ने का प्वाइंट कौशल्या खड्ड में देखा गया है। मामले आने के बाद भी इसे बंद नहीं किया गया है।
इसके चलते पानी खड्ड का पानी दूषित हो रहा है, वहीं जलजनित बीमारियां भी फैल रही हैं। खड्ड के आसपास काफी दुर्गंध भी रहती है। आसपास रहने वाले लोग भी इस समस्या का सामना कर रहे हैं और काफी परेशान हैं। दत्यार गांव के बाशिंदों ने बताया कि हाईवे पर दत्यार में कुछ ढाबों और होटल मालिकों ने सीवरेज लाइन को सीधे नाले में छोड़ा है और यह नाला सीधा कौशल्या खड्ड में जाकर मिलता है। इससे खड्ड काफी दूषित हो रहा है। इसके साथ परवाणू-कामली रोड पर भी जल शक्ति विभाग की ओर से सीवरेज लाइन खुली छोड़ दी है। कामली निवासी यशपाल ठाकुर ने बताया कि कामली रोड पर लाइन खुली छोड़ने से पानी सड़क पर बह रहा है। इस बारे में प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अधिकारियों को कई बार अवगत करवा दिया है।





