
एनएचपीसी (नेशनल हाइड्रो पावर कॉरपोरेशन) की पार्वती परियोजना चरण दो की चारों टरबाइनें चलनी शुरू हो गई हैं। इसके साथ ही परियोजना ने 800 मेगावाट बिजली उत्पादन भी शुरू कर दिया है। पार्वती-2 जलविद्युत परियोजना की चौथी और अंतिम यूनिट में भी 16 अप्रैल से बिजली उत्पादन शुरू कर दिया है। अब 200-200 मेगावाट की सभी चारों टरबाइनें घूमना शुरू हो गई हैं। इससे हर दिन 800 मेगावाट बिजली उत्पादन होने लगा है।एनएचपीसी ने इसी साल एक अप्रैल से तीन टरबाइनों से उत्पादन शुरू किया था और चौथी का ट्रायल चल रहा था।
पार्वती चरण दो शुरू होने के साथ एनएचपीसी की स्थापित क्षमता बढ़कर 8,140.04 मेगावाट हो गई है। परियोजना शुरू होने से अब केंद्र सरकार के साथ प्रदेश सरकार को भी राजस्व मिलना शुरू हो जाएगा। परियोजना करीब 25 साल बाद बनकर तैयार हुई है। इसकी आधारशिला पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने दिसंबर 1999 में रखी। इस पर 13,045 करोड़ की राशि खर्च की गई। हिमाचल प्रदेश को 12 प्रतिशत बिजली मुफ्त मिलेगी। इसके अलावा एक प्रतिशत की राशि लाडा को मिलेगी, जिसे स्थानीय क्षेत्र के विकास पर खर्च किया जाएगा।
परियोजना से उत्पादित बिजली से चंडीगढ़, दिल्ली, हिमाचल, हरियाणा, जम्मू-कश्मीर, राजस्थान, उत्तराखंड, छत्तीसगढ़, पश्चिम बंगाल और उत्तर प्रदेश रोशन होंगे।






