बदले की भावना से कम कर रही सरकार, अफसर भी कर रहे राजनीति: जयराम ठाकुर

शिमला : पूर्व मुख्यमंत्री और नेता विपक्ष जयराम ठाकुर ने कहा कि प्रदेश सरकार बदले की भावना से कम कर रही है। अफसर भी राजनीति कर रहे हैं। मुख्यमंत्री सुक्खू जिस राह पर चल रहे हैं, वह न काम अच्छा और न उसका अंजाम अच्छा होगा। उन्होंने भाजपा विधायकों को प्रताड़ित करने का आरोप लगाते हुए अफसरों को सीमाएं ना लांघने की चेतावनी भी दी। कांगड़ा कार्निवल के लिए पैसा देने को लेकर वायरल पत्र पर भी जयराम ठाकुर ने सवाल उठाए।

कहा कि मुख्यमंत्री उनका साथ छोड़ चुके कांग्रेस और निर्दलीय विधायकों को सत्ता के दम पर प्रताड़ित कर रहे हैं। हमीरपुर के विधायक के खिलाफ खनन का मामला पुलिस पार्टी बनकर दर्ज करवाती है जबकि माइनिंग विभाग इसकी कोई भी शिकायत तक नहीं करता। नालागढ़ में केएल ठाकुर और उनके परिवार के खिलाफ राजनीतिक प्रतिशोध की भावना से एक के बाद एक मामले लादने की कोशिश हुई। राजेंद्र राणा और उनके परिवार के खिलाफ लोगों को खोज-खोज कर फर्जी मुकदमे दर्ज करवाए जा रहे हैं। इंद्र दत्त लखनपाल के खिलाफ मुख्यमंत्री हर दिन साजिश कर रहे हैं। कांग्रेस में पहले मंत्री रहे सुधीर शर्मा को फंसाने के लिए मुख्यमंत्री ने सारी सीमाएं लांघ दी है।

गगरेट से विधायक रहे चैतन्य शर्मा और उनके पिता के खिलाफ मुकदमे किए गए। देवेंद्र भुट्टो के घर को गिराने की साजिश की गई। सारा निर्माण विधिक प्रक्रिया से होने के बाद भी उन्हें नोटिस दिए गए। रवि ठाकुर के खिलाफ सरकार पहले दिन से ही हो गई। प्रदेश अध्यक्ष डॉ. राजीव बिंदल और पूर्व मंत्री व विधायक सुखराम चौधरी के खिलाफ हत्या के प्रयास का मुकदमा दर्ज किया गया। देहरा से निर्दलीय विधायक रहे होशियार सिंह के व्यावसायिक प्रतिष्ठानों को निशाना बनाया गया।
सरकार के साथ अपना भविष्य न जोड़ें अफसर
जयराम ठाकुर ने सूचना एवं जनसंपर्क विभाग की एक सोशल मीडिया पोस्ट का जिक्र करते हुए कहा कि भाजपा के चुनाव निशान को उल्टा कर लगाया था। जब दो साल बाद कांग्रेस सरकार नहीं होगी तब इन अफसरों का क्या होगा, इस बारे में भी सोचना चाहिए। ऐसे अधिकारियों को सरकार के साथ अपना भविष्य नहीं जोड़ना चाहिए।

बंजार और धर्मपुर में हुए अवैध कटान पर क्यों है चुप्पी
जयराम ठाकुर ने सवाल उठाते हुए कहा कि भाजपा विधायक सुरेंद्र शौरी ने बंजार में अवैध कटान का मामला उठाया था। वहां सैकड़ों हरे पेड़ काटे गए, लेकिन मुकदमा दर्ज नहीं हुआ। मुख्यमंत्री ने सदन में विजिलेंस इंक्वायरी करवाने का आश्वासन दिया था, जो आज तक शुरू नहीं हुई। मंडी मंडल के धर्मपुर में हजारों पेड़ काट कर लकड़ी डंप कर दी गई। जांच में एक कांग्रेसी नेता के पत्नी और परिजनों का नाम आया। जांच के शुरू होने के पहले ही लकड़ी खड्ड में फेंक दी गई। आज तक कोई कार्रवाई नहीं हुई।

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