मंडी से पंडोह के बीच फोरलेन बना मौत का कुआं

#खबर अभी अभी मंडी ब्यूरो*

29 जुलाई 2023

मंडी से पंडोह के बीच फोरलेन का निर्माण कर रही केएमसी कंपनी पूरी लापरवाही के साथ काम करती हुई नजर आ रही है। आए दिन लेंडस्लाइड के कारण छह मील के पास रास्ता बंद रहता है। छह मील के पास स्थिति अब काफी भयानक बन चुकी है। बड़ी-बड़ी चट्टानें गिर रही हैं। कभी भी पहाड़ से पत्थर गिरने लगते हैं, जबकि इस कार्य को करने के लिए कई बार ट्रैफिक जाम लिया जा चुका है। पुलिस विभाग भी मौके पर तैनात रहता है, लेकिन पुलिस भी कंपनी के इस रवैये से काफी परेशान है। लगभग 20 दिन हो चुके हैं, कंपनी से डबल लेन ट्रैफिक बहाल नहीं हो पाया है। लैंडस्लाइड जब भी होता है, कंपनी प्रबंधन की मशीनरी मौके पर कभी भी मौजूद नहीं रहती।

मलबा हटाने के लिए भी ठेकेदार की ही मशीनरी लगाई जाती है। कुछ दिन पहले जब स्लाइड काफी ज्यादा आ गया था तो कंपनी ने अपना एक बड़ा लोडर इस जगह पर लगाया था, लेकिन वो भी मलबे की चपेट में आ गया था और उसका ऑपरेटर भी बाल-बाल बचा था। उस लोडर को भी कंपनी अभी तक ठीक नहीं कर पाई है। सिर्फ एक जेसीबी मौके पर रखी है, जो बड़े पत्थरों को हटाने में नाकाम रहती है। कंपनी का यह ढुलमुल रवैया लोगों के लिए परेशानी का सबब बन गया है।

पूर्व प्रधान टेक सिंह ने बताया कि कंपनी की इस लापरवाही से लोग बहुत परेशान हैं। स्कूली बच्चे, सरकारी कर्मचारी और कई लोग इस रास्ते से रोज आते-जाते हैं। जब तक घर न पहुंचे, डर लगा रहता है कि कब किस जगह से पत्थर आ गिरे। टेक सिंह ने कहा कि पंडोह से मनाली फोरलेन का कार्य लगभग पूरा होने वाला है और नेरचोक से कीरतपुर फोरलेन का कार्य भी लगभग पूरा हो चुका है। यह मंडी पंडोह फोरलेन का कार्य भी इन्ही के साथ शुरू हुआ था, जो आज तक पूरा नहीं हुआ है बल्कि अब यह मार्ग अब मौत का कुआं बनकर रह गया है। आए दिन यहां पर लेंडस्लाइड  होते रहते हैं। इन्होंने केंद्र सरकार व राज्य सरकार से आग्रह किया कि अब यह रास्ता खतरनाक बन चुका है। यहां पर अब फोरलेन न बनाकर एक सुरंग व एक ओपन रोड बनाया जाए और इसका ठेका इस कंपनी से हटाकर किसी और बढिय़ा कंपनी को दिया जाए।

जब इस बारे एनएचएआई के प्रॉजेक्ट डायरेक्टर वरुण चारी से पूछा गया तो उन्होंने बताया कि छह मील के पास लैंडस्लाइड काफी बड़ा है और वो जगह बरसात के कारण काफी खतरनाक बन चुकी है। जब तक बारिश का सीजन है, तब तक इसे सिंगल लेन ही खोला जाएगा। यदि इसे इस समय डबल लेन करने की कोशिश की गई तो यह दुबारा कहीं और स्लाइड न हो जाए।
केएमसी कंपनी के जरनल मैनेजर एसएम नायडू ने कहा कि इस बारे प्रोजेक्ट मैनेजर ही कुछ स्पष्टीकरण दे सकते हैं। कंपनी ने तीन-तीन मैनेजर इस प्रोजेक्ट में रखे हैं, लेकिन तीनों ही इस बात पर कुछ भी कहने से मना करते हैं।

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