
सोलन : स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग सोलन तथा शिक्षा क्रांति संस्था द्वारा राष्ट्रीय डेंगू दिवस के तहत गतिविधियों का आयोजन किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता बी.सी.सी. समन्वयक राधा चौहान ने की।
उन्होंने कहा कि डेंगू मच्छर को एडीज एजीपट्टी या टाइगर मच्छर के नाम से जाना जाता है। डेंगू का मच्छर साफ खड़े पानी में पनपता है और यह मच्छर दिन के समय लोगों को काटता है। इस मच्छर के काटने के पश्चात शरीर में रोगों से लड़ने की क्षमता कम हो जाती है। इसके लक्षण तेज बुखार आना, सर में दर्द, मांसपेशियों व जोड़ों में दर्द, आंख के पीछे दर्द होना, आम दवा से बुखार का ना उतरना व रोगी को भूख न लगना है। नाक, मुंह, मसूड़े से खून का आना, शरीर में लाल चकते पड़ जाना भी इसके लक्षण है।
उन्होंने कहा कि डेंगू की रोकथाम के लिए घरों व कार्यालयों के आस-पास नालियों में पानी न जमा होने देना आवश्यक है ताकि इस मच्छर का लारवा न पनप सके। उन्होंने कहा कि पानी के सभी बर्तन, टंकी, टायरों, पशु-पक्षियों के लिए उपयोग होने वाले पानी के बर्तन को ढक कर रखें। उन्होंने कहा कि मच्छरों से बचाव के लिए मच्छरदानी का प्रयोग करें।
उन्होंने कहा कि किसी भी तरह का बुखार होने पर खून की जांच करवाना आवश्यक है। जांच के उपरांत सही रोग का पता चलने पर निदान सम्भव है।
शिक्षा क्रांति एवं स्वच्छता गृह के संस्थापक सत्यम ने इस अवसर पर स्वच्छता के बारे में विस्तृत जानकारी प्रदान की।
इस अवसर पर पोस्टर मेकिंग प्रतियोगिता का भी आयोजन किया गया। प्रतियोगिता में परुषि प्रथम, सिमरन द्वितीय तथा कृष्णा तृतीय स्थान पर रहे।





