शिक्षा मंत्री ने केलवी गाँव में आयोजित पालिका प्रतिष्ठा समारोह में की शिरकत

शिक्षा मंत्री रोहित ठाकुर आज अपने एक दिवसीय प्रवास के दौरान जुब्बल तहसील के अंतर्गत केलवी गाँव में मौजूद रहे जहाँ पर उन्होंने देवता “रैठी बनाड़” की नवनिर्मित पालकी की प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम में हिस्सा लिया। गौरतलब है कि देवता “रैठी बनाड़” बढ़ाल, बटाड, कठासु, और देवघार (सोज़ला, केलवी सुंटा) 4 गाँव के संयुक्त आराध्य देवता है। इस अवसर पर शिक्षा मंत्री ने बताया कि हिमाचल प्रदेश देवभूमि के नाम से पूरे भारत में विख्यात है और यहाँ की प्राकृतिक सुंदरता इतनी मनमोहक है कि स्वर्गलोक के देवता भी यहाँ निवास करने को विवश हो जाते है। उन्होंने यह भी बताया कि रैठी बनाड़ देवता उनके आराध्य देवता है और वह अपने आप को भाग्यशाली मानते है कि आज उन्हें इस आयोजन में आने का और देवता का आशीर्वाद लेने का सुअवसर प्राप्त हुआ। साथ ही उन्होंने इस आयोजन में आये हुए सभी श्रद्धांलुओं और ग्रामवासियो को बधाई और शुभकामनायें दी।

रोहित ठाकुर ने बताया कि ग्राम पंचायत बरथाटा, कठासु, बटाड़ और इस सम्पूर्ण क्षेत्र से उनका एक भावनात्मक और पारिवारिक सम्बन्ध है और पिछले 2 वर्षों से अधिक समय के कार्यकाल में इस क्षेत्र में समुचित विकास सुनिश्चित हुआ है जिसमे कि विभिन्न सड़के और भवनो का निर्माण शामिल है। इन विकास कार्यों से यहाँ के निवासियों को मूलभूत सुविधाएं सुलभ हुई है और भविष्य में भी यह प्रक्रिया निरंतर जारी रहेगी। इस दौरान गाँव के बुजुर्गों ने बताया कि देवता रैठी बनाड़ की नवनिर्मित पालकी को लगभग 4 दशकों के बाद दुबारा बनाया गया है जिसमे सभी 4 गाँव के लोगों ने सहयोग दिया गया है। इस निर्माण कार्य को किन्नौर ज़िला के निचार से आये कारीगरो द्वारा अंजाम दिया गया है। इस अवसर पर देवता रैठी बनाड़ के वज़ीर रमेश कुमार, पुजारी सचिदानंद शर्मा, माली जयपाल शर्मा, भंडारी बढ़ाल यशवंत लालटा, भंडारी कठासु नरवीर सिथटा, भंडारी बटाड़ नरेन्द्र स्टेटा, और भंडारी देवघार जोगिंदर धलटा एवं नरवीर प्रेमी, महेंद्र राजटा, राकेश चाँटा, यशवंत धलटा के अतिरिक्त ज़िला परिषद सदस्य कौशल मुंगटा, निदेशक हिमफेड भीमसिंह झौटा और विभिन्न विभागों के अधिकारी व कर्मचारी उपस्थित रहे।

Share the news