
#खबर अभी अभी सोलन ब्यूरो*
6 सितंबर 2023
2022-23 में हिमाचल प्रदेश के 28.64 लाख राशन कार्ड धारकों के लिए 3.2 लाख मीट्रिक टन गेहूं एवं 1.8 लाख मीट्रिक टन चावल जारी किया गया है जबकि पी.एम.जी.के.ए.वाई. योजना के तहत ए.वाई.वाई. और पी.एच. एच. कार्ड धारकों क़ो 72 हजार मीट्रिक टन गेहूं एवं 48.9 हजार मीट्रिक टन चावल जारी किया गया है। यह बात भारतीय खाद्य निगम के ए. जी. एम. सनोज कुमार ने कालाअम्ब में हुई प्रेस वार्ता में कही। उन्होंने कहा कि प्रदेश में 19 हजार मीट्रिक टन चावल पी. एम. पी. ओ. एस. एच. ए. एन. के अंतर्गत प्राथमिक शिक्षा विभाग को जारी किए गए है ताकि बाल प्री- प्राइमरी, प्राइमरी, अपर-प्राइमरी कक्षा के छात्रों को यह राशन समय से दिया जा सके।
उन्होंने कहा कि इसके अतिरिक्त, भारत सरकार के दिशा-निर्देश की अनुपालना करते हुए भारतीय खाद्य निगम, हिमाचल प्रदेश ने खुले बाज़ार की बिक्री योजना में वर्ष 2022-23 में नीलामी के द्वारा 11.5 हजार मीट्रिक टन गेहूं की बिक्री की है। ताकि बाज़ार में खाद्यान के दाम को नियंत्रित कर महंगाई दर को कम किया जा सके। इसके अलावा वर्ष 2023-24 के लिए भारत सरकार के निर्देशानुसार गेहूं और चावल के लिए खुले बाज़ार में बिक्री योजना माह 28 जून-2023 से शुरू कर दी गई है। जिसके तहत अब तक खुले बाजार में भा.खा.नि. हिमाचल प्रदेश द्वारा 17700 मीट्रिक टन गेंहू की बिक्री की जा चुकी है। इसके अतिरिक्त चावल की ई-निविदा की गई थी जिसमे किसी भी निविदाकार द्वारा भाग नहीं लिया गया। उन्होंने कहा कि विशिष्ट भौगोलिक परिस्थितियों के चलते हिमाचल प्रदेश क्षेत्र सार्वजनिक वितरण प्रणाली के मामले में लगभग पूर्ण रूप से खाद्यान्न (गेहूँ तथा चावल) की कमी वाला क्षेत्र है।
सार्वजनिक वितरण प्रणाली के अन्तर्गत समूचे राज्य में खाद्यान्न की उपलब्धता हिमाचल प्रदेश के निकटवर्ती, खाद्यान्न उत्पादन में अग्रणी राज्यों, पंजाब और हरियाणा से सड़क मार्ग द्वारा परिवहन कर सुनिश्चित की जाती है। उन्होंने कहा कि चालू वर्ष 2023-2024 के दौरान अप्रैल, 2023 से अगस्त, 2023 की अवधि में भारत सरकार की विभिन्न कल्याणकारी योजानाओं के अन्तर्गत हिमाचल क्षेत्र में खाद्यान्न की उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए हिमाचल क्षेत्र के सभी डिपुओं में कुल मिलाकर 1.79 लाख मीट्रिक टन गेहूँ तथा 0.75 लाख मीट्रिक टन चावल प्रेषण राज्यों पंजाब और हरियाणा से प्राप्त किया गया।
उन्होंने कहा कि भारतीय खाद्य निगम के हितधारकों जैसे चावल मिलर्स, गोदाम मालिकों आदि एवं आम जनता की शिकायतों के निवारण के लिए 30 जून 2023 से शिकायत निवारण पहल की शुरूआत की गई है उन्होंने कहा कि पिछले कुछ वर्षो मे भा.खा. नि. ने हिमाचल क्षेत्र मे भंडारण क्षमता बदने के भरसक प्रयास किए है। जिसकी वजह से भण्डारण क्षमता बढ़ी है| जैसे कि वर्ष 2020 मे केवल 77410 मीट्रिक टन भंडारण क्षमता थी जो अब नए गोदामो के बनने के बाद वर्तमान में कुल भण्डारण क्षमता 94169 मीट्रिक टन है|
स्कूली बच्चों ने लिया भ्रमण
भारतीय खाद्य निगम के ए. जी. एम. सनोज कुमार ने कालाअम्ब स्कूल के बच्चों क़ो एफ. सी. आई. गोदाम कालाअम्ब का भ्रमण करवाया। इस दौरान बच्चों क़ो गेहूं और चावल की क्वालिटी के बारे में बताया। साथ ही बच्चों ने भी ए. जी. एम. से चावल पर गेहूं के बारे में प्रश्न पूछे।
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