*अंट-शंट बयानबाजी पर उतरे कांग्रेस नेता, अपनी ही संस्कृति का कर रहे विरोध: राकेश जम्वाल* *- भाजपा का विरोध करते-करते हिमाचली संस्कृति के अपमान पर उतर आए कांग्रेसी: राकेश जम्वाल* – बयानवीर हैं कौल सिंह, चैलेंज लेने के बाद मुकरने में नहीं लगाते देर: राकेश जम्वाल – डबल इंजन सरकार में हो रहे विकास को पचा नहीं पा रहे कांग्रेसी: राकेश जम्वाल – मोदी मंडी में सेपू बड़ी नहीं तो क्या इटैलियन पास्ता खाते: राकेश जम्वाल *शिमला।।* भारतीय जनता पार्टी ने कहा है कि चुनाव साल में प्रवेश करते ही कांग्रेसी नेताओं ने जुबान पर से संयम खो दिया है। प्रदेश भाजपा के महामंत्री और सुंदरनगर के विधायक राकेश जम्वाल ने कहा कि जिस तरह से कांग्रेस के नेता बीजेपी का विरोध करते-करते हिमाचल की संस्कृति और परंपराओं का अपमान करने पर उतर आए हैं, यह शर्मनाक है। उन्होंने कहा कि हाल ही में पूर्व मंत्री और कांग्रेस नेता प्रकाश चौधरी ने सेपू बड़ी, कचौड़ी और बदाणे के व्यंजनों के विरोध में जो नारेबाजी की, वह दिखाता है कि कांग्रेस पार्टी में किस तरह की बदहवासी छाई है। कांग्रेस नेता कौल सिंह ठाकुर का खुद को बहादुर बताना भी इसी कड़ी का हिस्सा है जबकि वह खुद चैलेंज लेते हैं और खुद ही मुकर जाते हैं। भाजपा के प्रदेश महामंत्री ने कांग्रेस नेता व पूर्व मंत्री कौल सिंह ठाकुर को बयानवीर और पलटने में माहिर करार दिया। दरअसल कौल सिंह ठाकुर ने कहा था कि मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर प्रधानमंत्री से कुछ मांगने की हिम्मत नहीं कर पाए। इस पर राकेश जम्वाल ने पलटवार करते हुए कहा कि मांगने और मांगों को खारिज करने की परंपरा कांग्रेस की रही है। उन्होंने कहा कि आज केंद्र की मोदी सरकार के सहयोग से हिमाचल में लाखों करोड़ रुपये की परियोजनाएं चल रही हैं। हिमाचल को आज कुछ मांगना नहीं पड़ता, अपने आप केन्द्र विभिन्न क्षेत्रों की परियोजनाओं को मंजूरी भी कर रहा है और आर्थिक सहयोग भी दे रहा है। भाजपा महामंत्री ने कहा कि कौल सिंह याद करें कि जब वह मंत्री थे और केन्द्र में यूपीए की सरकार थी, तब हिमाचल को झुनझने के अलावा कुछ नहीं मिला। प्रधानमंत्री रहे मनमोहन सिंह छोड़िए, केन्द्रीय मंत्री तक हिमाचल आने से कतराते थे। यह हमारी डबल इंजन की सरकार में ही संभव हुआ है कि हिमाचल को किसी तरह की कमी महसूस नहीं होती। प्रधानमंत्री खुद यहां पर हजारों करोड़ रुपये की योजनाओं के शिलान्यास और उद्घाटन के लिए आते हैं। राकेश जम्वाल ने कहा कि 27 दिसंबर को भी प्रधानमंत्री ने 12 हजार करोड़ की पनबिजली परियोजनाओं के शिलान्यास और उद्घाटन किए। हिमाचल के इतिहास में यह पहली बार हुआ है जब किसी प्रधानमंत्री ने 12 हजार करोड़ से ज्यादा की योजनाओं के उद्घाटन और शिलान्यास एक साथ किए हों। इतना ही नहीं प्रधानमंत्री जी की अध्यक्षता में हिमाचल में दूसरी ग्राउंड ब्रेकिंग सेरेमनी के तहत 28 हजार करोड़ के प्रोजेक्ट धरातल पर उतरे हैं, क्या कांग्रेस के कार्यकाल में यह संभव हो पाता?शायद यही बात कौल सिंह और प्रकाश चौधरी जैसे कांग्रेसी नेताओं को हजम नहीं हो रही। भाजपा के प्रदेश महामंत्री और मंडी संसदीय क्षेत्र के सह प्रभारी राकेश जम्वाल ने कहा कि खुद को डेयरिंग बता रहे कौल सिंह वास्तव में बयानवीर हैं। उनको बड़बोलेपन में चैलेंज लेना बहुत पसंद हैं। वह बाकायदा प्रेस कॉन्फ्रेंस कर खुद चैलेंज लेते हैं और फिर बाद में खुद ही बड़ी बेशर्मी से मुकर जाते हैं। *प्रकाश चौधरी की टिप्पणियां शर्मनाक* राकेश जम्वाल ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का हिमाचल से विशेष जुड़ाव है और अगर वह यहां के व्यंजनों को पसंद करते हैं तो कांग्रेस को इससे आपत्ति क्यों है? भाजपा नेता ने कहा कि प्रदेश में डबल इंजन सरकार से हो रहे विकास को पचा नहीं कर पा रहे हैं। भाजपा और विकास के विरोध में कांग्रेसी इतनी नासमझी पर उतर आए हैं कि अब वो हमारी संस्कृति, हमारे खान-पान के विरोध पर उतर आए हैं। कांग्रेस के लोग नारे लगा रहे हैं कि सेपू बड़ी-बदाणा नहीं चलेगा। तो क्या प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मंडी आकर सेपू बड़ी और बदाणे की जगह इटैलियन पास्ता का जिक्र करते? भाजपा नेता राकेश जम्वाल ने कहा कि हमारा खान पान हमारी संस्कृति का हिस्सा है राजनीति के चक्कर में अपनी संस्कृति का विरोध उचित नहीं है। जम्वाल ने कहा कि कांग्रेस के लोगों की ये मानसिकता दर्शाती है कि वो सोचने समझने की क्षमता खो चुके हैं। आपको अगर विरोध करना ही है तो राजनीतिक तौर पर विरोध करें, यूं अपनी ही संस्कृति का या फिर अपने पारंपरिक भोजन का विरोध करना शर्मनाक है। राकेश जम्वाल ने कहा कि प्रदेश सरकार का चार वर्ष का कार्यकाल शानदार रहा है और मंडी में हुई प्रधानमंत्री की रैली में उमड़ा जनसैलाब इस बात का प्रमाण है। प्रधानमंत्री की मंडी रैली सफल होने से कांग्रेस नेताओं की नींद उड़ गई है। कांग्रेस नेताओं को ये समझ में नहीं आ रहा है कि वो प्रदेश सरकार का विरोध करें भी तो कैसे? जम्वाल ने कहा कि कांग्रेस के नेता रैली में उमड़ी भीड़ को देखकर इतने हताश हो चुके हैं कि अंट-शंट बयानबाजी पर उतर आए हैं।

*अंट-शंट बयानबाजी पर उतरे कांग्रेस नेता, अपनी ही संस्कृति का कर रहे विरोध: राकेश जम्वाल*

*- भाजपा का विरोध करते-करते हिमाचली संस्कृति के अपमान पर उतर आए कांग्रेसी: राकेश जम्वाल*
– बयानवीर हैं कौल सिंह, चैलेंज लेने के बाद मुकरने में नहीं लगाते देर: राकेश जम्वाल
– डबल इंजन सरकार में हो रहे विकास को पचा नहीं पा रहे कांग्रेसी: राकेश जम्वाल
– मोदी मंडी में सेपू बड़ी नहीं तो क्या इटैलियन पास्ता खाते: राकेश जम्वाल


*शिमला।।* भारतीय जनता पार्टी ने कहा है कि चुनाव साल में प्रवेश करते ही कांग्रेसी नेताओं ने जुबान पर से संयम खो दिया है। प्रदेश भाजपा के महामंत्री और सुंदरनगर के विधायक राकेश जम्वाल ने कहा कि जिस तरह से कांग्रेस के नेता बीजेपी का विरोध करते-करते हिमाचल की संस्कृति और परंपराओं का अपमान करने पर उतर आए हैं, यह शर्मनाक है। उन्होंने कहा कि हाल ही में पूर्व मंत्री और कांग्रेस नेता प्रकाश चौधरी ने सेपू बड़ी, कचौड़ी और बदाणे के व्यंजनों के विरोध में जो नारेबाजी की, वह दिखाता है कि कांग्रेस पार्टी में किस तरह की बदहवासी छाई है। कांग्रेस नेता कौल सिंह ठाकुर का खुद को बहादुर बताना भी इसी कड़ी का हिस्सा है जबकि वह खुद चैलेंज लेते हैं और खुद ही मुकर जाते हैं।

भाजपा के प्रदेश महामंत्री ने कांग्रेस नेता व पूर्व मंत्री कौल सिंह ठाकुर को बयानवीर और पलटने में माहिर करार दिया। दरअसल कौल सिंह ठाकुर ने कहा था कि मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर प्रधानमंत्री से कुछ मांगने की हिम्मत नहीं कर पाए। इस पर राकेश जम्वाल ने पलटवार करते हुए कहा कि मांगने और मांगों को खारिज करने की परंपरा कांग्रेस की रही है। उन्होंने कहा कि आज केंद्र की मोदी सरकार के सहयोग से हिमाचल में लाखों करोड़ रुपये की परियोजनाएं चल रही हैं। हिमाचल को आज कुछ मांगना नहीं पड़ता, अपने आप केन्द्र विभिन्न क्षेत्रों की परियोजनाओं को मंजूरी भी कर रहा है और आर्थिक सहयोग भी दे रहा है।

भाजपा महामंत्री ने कहा कि कौल सिंह याद करें कि जब वह मंत्री थे और केन्द्र में यूपीए की सरकार थी, तब हिमाचल को झुनझने के अलावा कुछ नहीं मिला। प्रधानमंत्री रहे मनमोहन सिंह छोड़िए, केन्द्रीय मंत्री तक हिमाचल आने से कतराते थे। यह हमारी डबल इंजन की सरकार में ही संभव हुआ है कि हिमाचल को किसी तरह की कमी महसूस नहीं होती। प्रधानमंत्री खुद यहां पर हजारों करोड़ रुपये की योजनाओं के शिलान्यास और उद्घाटन के लिए आते हैं।

राकेश जम्वाल ने कहा कि 27 दिसंबर को भी प्रधानमंत्री ने 12 हजार करोड़ की पनबिजली परियोजनाओं के शिलान्यास और उद्घाटन किए। हिमाचल के इतिहास में यह पहली बार हुआ है जब किसी प्रधानमंत्री ने 12 हजार करोड़ से ज्यादा की योजनाओं के उद्घाटन और शिलान्यास एक साथ किए हों। इतना ही नहीं प्रधानमंत्री जी की अध्यक्षता में हिमाचल में दूसरी ग्राउंड ब्रेकिंग सेरेमनी के तहत 28 हजार करोड़ के प्रोजेक्ट धरातल पर उतरे हैं, क्या कांग्रेस के कार्यकाल में यह संभव हो पाता?शायद यही बात कौल सिंह और प्रकाश चौधरी जैसे कांग्रेसी नेताओं को हजम नहीं हो रही।

भाजपा के प्रदेश महामंत्री और मंडी संसदीय क्षेत्र के सह प्रभारी राकेश जम्वाल ने कहा कि खुद को डेयरिंग बता रहे कौल सिंह वास्तव में बयानवीर हैं। उनको बड़बोलेपन में चैलेंज लेना बहुत पसंद हैं। वह बाकायदा प्रेस कॉन्फ्रेंस कर खुद चैलेंज लेते हैं और फिर बाद में खुद ही बड़ी बेशर्मी से मुकर जाते हैं।

*प्रकाश चौधरी की टिप्पणियां शर्मनाक*
राकेश जम्वाल ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का हिमाचल से विशेष जुड़ाव है और अगर वह यहां के व्यंजनों को पसंद करते हैं तो कांग्रेस को इससे आपत्ति क्यों है? भाजपा नेता ने कहा कि प्रदेश में डबल इंजन सरकार से हो रहे विकास को पचा नहीं कर पा रहे हैं। भाजपा और विकास के विरोध में कांग्रेसी इतनी नासमझी पर उतर आए हैं कि अब वो हमारी संस्कृति, हमारे खान-पान के विरोध पर उतर आए हैं। कांग्रेस के लोग नारे लगा रहे हैं कि सेपू बड़ी-बदाणा नहीं चलेगा। तो क्या प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मंडी आकर सेपू बड़ी और बदाणे की जगह इटैलियन पास्ता का जिक्र करते?

भाजपा नेता राकेश जम्वाल ने कहा कि हमारा खान पान हमारी संस्कृति का हिस्सा है राजनीति के चक्कर में अपनी संस्कृति का विरोध उचित नहीं है। जम्वाल ने कहा कि कांग्रेस के लोगों की ये मानसिकता दर्शाती है कि वो सोचने समझने की क्षमता खो चुके हैं। आपको अगर विरोध करना ही है तो राजनीतिक तौर पर विरोध करें, यूं अपनी ही संस्कृति का या फिर अपने पारंपरिक भोजन का विरोध करना शर्मनाक है।

राकेश जम्वाल ने कहा कि प्रदेश सरकार का चार वर्ष का कार्यकाल शानदार रहा है और मंडी में हुई प्रधानमंत्री की रैली में उमड़ा जनसैलाब इस बात का प्रमाण है। प्रधानमंत्री की मंडी रैली सफल होने से कांग्रेस नेताओं की नींद उड़ गई है। कांग्रेस नेताओं को ये समझ में नहीं आ रहा है कि वो प्रदेश सरकार का विरोध करें भी तो कैसे? जम्वाल ने कहा कि कांग्रेस के नेता रैली में उमड़ी भीड़ को देखकर इतने हताश हो चुके हैं कि अंट-शंट बयानबाजी पर उतर आए हैं।

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