नालागढ़ की पंजाब सीमा पर सरकारी जमीन पर जमकर हो रहा अवैध खनन

#खबर अभी अभी बद्दी ब्यूरो*

29 जुलाई 2024

औद्योगिक क्षेत्र नालागढ़ की पंजाब सीमा पर स्थित ढेरोवाल गांव के पास सरकारी जमीन पर अवैध खनन जोरों पर हो रहा है और यह खनन माफिया रात के अंधेरे में इस अवैध खनन की वारदातों को अंजाम दे रहा है आपको बता दें कि खनन माफिया द्वारा फॉरेस्ट की जमीन पर रात के समय में बड़ी-बड़ी मशीन लगाकर 20-20 फीट गहरे गड्ढे खोद दिए गए हैं और इसमें दर्जनों की तादात में फॉरेस्ट विभाग के पेड़ भी उखाड़ दिए गए हैं कई पेड़ तो लटकते हुए दिखाई दे रहे हैं लेकिन ज्यादातर पेड़ों को या तो कहीं पर दबा दिया गया है या फिर उन्हें कहीं अन्य स्थान पर छुपाया गया है।आपको बता दें कि सरकारी जमीन पर रात के समय में अवैध खनन किया जा रहा है और यह खनन पंजाब का माफिया रात का अंधेरे का फायदा उठाकर कर रहा है क्योंकि पंजाब के लोगों ने हिमाचल सीमा पर पंजाब में अपने क्रेशर तो लगा लिए हैं लेकिन उनके पास कहीं पर भी कोई लीज नहीं है और बिना लीज के ही वह सरकारी नदियों का या तो छिना छल्ली कर रहे हैं या फिर फॉरेस्ट की जमीन से अवैध खनन कर खनन सामग्री को लूट रहे हैं।

आपको बता दें कि अब तक यह माफिया करोड़ों रुपए की बेश कीमती खनन सामग्री को लूट चुका है लेकिन दुख की बात तो यह है कि इस माफिया पर अब तक स्थानीय प्रशासन की ओर से कोई भी सख्ती नहीं की गई है और ना ही सरकार की ओर से कोई ठोस कार्रवाई की गई है आलम यह है कि अब सरकार और प्रशासन के सुस्त रवैय के चलते यह माफिया दिन प्रतिदिन पनप रहा है और प्रदेश की बेश कीमती खनन सामग्री को लूटने में लगा हुआ है। इस बारे में जब हिम परिवेश संस्था के पदाधिकारी को पता चला तो उनकी ओर से भी मौके का जायजा लिया गया और इस बात पर दुख जाहिर किया गया कि इस खनन को रोकने के लिए खनन विभाग बनाया गया है और अन्य विभागों को भी इसकी जिम्मेदारी दी गई है लेकिन खनन विभाग के अधिकारी एवं प्रशासन की मिली भगत के चलते यह खनन माफिया क्षेत्र में खनन सामग्री को लूटकर पंजाब में बेच रहा है.

हिम प्ररिवेश संस्था के पदाधिकारी का कहना है कि इस बारे में वह समय-समय पर स्थानीय प्रशासन से मांग करते रहते हैं लेकिन प्रशासन और सरकार के सुस्त रवैय के कारण अब यह खनन माफिया इतना हावी हो चुका है कि वह हर जगह नदियों नालों एवं फॉरेस्ट की जमीन में भी 20-20 फिट गहरे गड्डे कर खनन सामग्री को लूटने में लगा हुआ है हिम प्रवेश संस्था के सदस्य गुरदयाल सिंह दयाली एवं बावा हरदीप सिंह और अन्य सदस्यों ने स्थानीय प्रशासन और सरकार को चेतावनी देकर कहा है कि अगर जल्द ही इस खनन माफिया पर पूर्ण तौर पर नकेल नहीं कसी गई तो वह आने वाले दिनों में उग्र आंदोलन करने को भी मजबूर होंगे जिसकी जिम्मेदारी स्थानीय प्रशासन और सरकार की होगी देखना होगा कि इस खनन माफिया पर कब करवाई होती है और कब लोगों को आ रही इस खनन की वजह से परेशानियों से निजात मिल पाती है।

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