
-कुर्की कर सेल पर लगाई जा रही इमूवेबल एसेट्स
-बैंक ने नोटिस पर नोटिस जारी कर मचा रखा तहलका
-कई नेता व शिक्षण संचालक जुटे एसेट बचाने में
सोलन ब्यूरो
अनियमितताओं और रिकवरी में ढील बरतने के मामले में विवादों में रहा बघाट अर्बन को-ऑपरेटिव बैंक कई दिनों से एक्शन में है। रिकवरी को किसी तरह बेहतर किया जाए इसके लिए डिफॉल्टरों को लगातार नोटिस पर नोटिस जारी होते जा रहे है। एनपीए घोषित डिफॉल्टरों की जमीन मकान की कुड़की कर सेल करने का दौर जारी है। शहर के नामी स्कूल संचालक ही नहीं बल्कि राजनीतिक दल से जुड़े छोटे बड़े नेता भी बैंक के रडार पर है। इनमें कई ऐसे है जो नोटिस का जवाब देना भी उचित नहीं समझ रहे थे। ऐसे सभी डिफॉल्टरों पर ताबड़तोड़ कार्रवाई चल रही है। हालांकि कुछ डिफॉल्टर राजनीतिक शह के चलते अब तक खुद को बचाने में कामयाब रहे है। कुछ यहां वहां तार भिड़ा पीछा छुड़ाने में प्रयासरत है। राजनीति के कई बड़े दिग्गज भी डिफॉल्टरों की लिस्ट में शामिल है। लेकिन बैंक जिस तरह कार्रवाई कर रहा है उससे आने वाले दिनों में इन डिफॉल्टरों की भी खैर नहीं है। बताया जा रहा है की ये बड़े दिग्गज बैंक के करोड़ों डकार कर बैठे है। बहरहाल, बैंक की कार्रवाई से डिफाल्टरों में खलबली मची है। उधर रिकवरी और इज्जत के डर से सामान्य ऋण धारकों ने भी बयाज की किश्त चुकाना शुरू कर दिया है। गौर रहे कि शहर में कई संपत्तियां है जिन्हें बैंक ने मॉडगेज कर ऋण दिए हैं। लेकिन ऋण धारकों ने ब्याज चुकाना बंद किया। यही कारण है कि बैंक ने अपनी शक्तियों का प्रयोग करते हुए संपतियों की कुडक़ी तेज कर दी। हालांकि बैंक ने इससे पहले डिफॉल्टरों को ऋण चुकाने के नोटिस जारी किए। लेकिन कई प्रभावशाली लोग ऋण चुकाने में आनाकानी करते रहे। ऐसे में बैंक के पास कुडक़ी की कार्रवाही के अलावा कोई रास्ता नहीं बचा।
दूसरी ओर रिकवरी टीम ने करोड़ों रुपए के ऋण की सेटलमेंट कर दी है। इससे एनपीए (नॉन-परफॉर्मिंग एसेट यानी गैर निष्पादित परिसंपत्तियां) में कमी आई है। रिकवरी रेशो बड़े और बैंक की हालत सुधरे इसके लिए आने वाले दिनों में भी ऐसी करोड़ों रूपए की संपत्तियां कुड़क होगी।
मामला केंद्र तक ले जाने की तैयारी…
बघाट बैंक अध्यक्ष, उपाध्यक्ष व अन्य पदाधिकारी बैंक में चल रही खींचतान को केंद्र सरकार तक ले जाने की योजना बना रहे है। उनका आरोप है की जिन लोगों के कारण बैंक घाटे में गया उनको आरसीएस ने रिवोक कर दिया है। मसले को लेकर पदाधिकारी दो दिन पहले भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष से भी मिले।
सुंदर सिंह ठाकुर, चेयरमैन, बघाट बैंक सोलन ने बताया कि
बैंक के एनपीए को कम करने के लिए हर संभव कदम उठाए जा रहे हैं। रिकवरी टीम ने सराहनीय कार्य करते हुए करोड़ों रुपए की रिकवरी की है। साथ ही डिफाल्टरों पर शिकंजा कसते हुए करोड़ों रुपए की संपत्तियां कुड़क की गई है। इससे बैंक की एनपीए बेहतर हुई है।


