

#खबर अभी अभी सोलन ब्यूरो*
23 दिसंबर 2024
दिव्य ज्योति जाग्रति संस्थान द्वारा शर्मा कॉम्प्लेक्स,सोलन में सात दिवसीय श्री राम कथा का भव्य आयोजन चल रहा। श्री राम कथा से पहले दिनेश गुप्ता, सुनील जग्गी,सुनीता वर्मा,कपिल शर्मा, बबिंदर बिष्ट और पण्डित गिरधारी के परिवार ने पूजन किया। कथा वाचन करते हुए आशुतोष महाराज की शिष्या कथा व्यास साध्वी जयंती भारती ने कहा कि भगवान राम का जीवन चुनौतियों से भरा हुआ था, चाहे वह 14 साल का वनवास हो, भार्या सीता का राक्षस रावण द्वारा अपहरण हो, या फिर अपने राजकीय दायित्वों को निभाते हुए भावनात्मक व नैतिक दुविधाओं का सामना करना हो। परंतु समस्त चुनौतीपूर्ण परिस्थितियों का सामना करते हुए भी उनका संयम अतुलनीय रहा। त्रेता युग में दर्शाए गए उनके आदर्श, नैतिक मूल्य व सिद्धांत वर्तमान काल में भी अत्यधिक महत्व रखते हैं।
कथा में साध्वी जयंती भारती ने केवट प्रसंग सुनाकर भगतों को भाव विभोर कर दिया। साध्वी ने कहा कि भगत केवट का वर्णन रामचारित मानस की चन्द चोपाईयों में आता है लेकीन केवट का जीवन हम सबके लिए एक प्रेरणा है। केवट कहता है “प्रभु तुम्हार मर्म मैं जाना”। केवट जानने की बात करता है लेकीन समाज में अधिकतर लोग केवल प्रभु को मानने तक सीमित हैं। एक पूर्ण गुरु की कृपा से ईश्वर को जाना जा सकता है। साध्वी ने समझाया कि केवल आध्यात्मिक रूप से रूपांतरित व्यक्ति ही सुंदर समाज व विश्व शांति के मार्ग को प्रशस्त करने की क्षमता रखते हैं और केवल समय के पूर्ण सतगुरु ही ब्रह्मज्ञान में दीक्षित कर हमें शांतिपूर्ण जीवन जीने की वास्तविक कला सिखा सकते हैं।
साध्वी भावअर्चना भारती,साध्वी भगवती भारती,महात्मा नरेश और महात्मा वरिंदर ने सुमधुर भजनों का गायन किया। स्वामी धीरानंद ने अपने प्रवचनों में कहा कि जो लोग श्री राम को केवल काल्पनिक पात्र भर कहते थे, उन्हें आज समझना होगा कि श्रीराम सनातन सत्य हैं! दिव्य गुरुदेव आशुतोष महाराज जी कहते हैं कि ‘हिटलर, मुसोलिनी हुए कि नहीं, एक बार के लिए इस बात पर संशय किया जा सकता है। लेकिन श्रीराम हुए थे, ये बात सत्य थी, सत्य है और सत्य ही रहेगी। सोलन की मेयर ऊषा शर्मा ने कथा व्यास को हिमाचली टोपी पहनाकर उनका सोलन आने के लिए धन्यवाद किया।मंगल आरती में मेयर ऊषा शर्मा, सहायक जेल अधीक्षक अनिल कंवर,समाज सेविका रितु सेठी,पार्षद संजीव मोहन,सारी संगत के लिए भंडारे का प्रबन्ध भी किया गया।



