

सीबीआई अदालत ने कोटखाई थाने के लॉकअप में बेगुनाह युवक सूरज की पीट-पीटकर हत्या करने के दोषी पूर्व आईजी जहूर हैदर जैदी को उम्रकैद की सजा सुनाई लेकिन उसके चेहरे पर कोई शिकन नहीं दिखी। वह अदालत परिसर में मुस्कुराते हुए नजर आया, जबकि परिजन सजा सुनकर रो पड़े। उम्रकैद की सजा सुनाए जाने के बाद पूर्व आईजी जैदी से बात करने का प्रयास किया गया तो उसका कहना था- मेरा अच्छा सा क्लोजअप लेना। जैदी से मिलने पहुंची महिला परिजन अदालत के कमरे के बाहर रोती दिखी। रफी मोहम्मद अदालत से बाहर आते ही पत्नी के गले लग रो पड़ा और बच्चों व मम्मी का ख्याल रखने के लिए कहा। डीएसपी से मिलने पहुंचे परिजनों की आंखें भी नम थीं।



