

शिमला | केंद्र सरकार के जातिगत जनगणना करवाने की फैसले पर मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने भी अपनी प्रतिक्रिया दी हैं। सुपर स्पेशलिटी अस्पताल चमियाना में इंडोर पेशेंट डिपार्टमेंट का शुभारंभ करने के बाद मीडिया से बातचीत में मुख्यमंत्री ने कहा कि जातीय जनगणना राहुल गांधी ने पहले ही दिन से ये अनुरोध भारत सरकार से किया था। जातीय जनगणना का मकसद उनके पीछे कोई जातियों को विभाजन करना नहीं है, बल्कि ये मानना है कि किसी जाति के साथ जो अन्याय हो रहा है। जो 75 साल की आजादी के बाद उस संपदा का अधिकार नहीं मांग रहा। उसको उस जाति के आधार पर अधिकार मिलना चाहिए। यह एक सोच है, गणना नहीं है। भारत सरकार ने इस बात को माना, इसके लिए हम भारत सरकार का धन्यवाद करते हैं।
मुख्यमंत्री के कहा कि भाजपा का काम है झूठे आंकड़े देकर विरोध करना। अब जब वो जयराम जी नाच रहे थे, न वहां उस समय देश भक्ति की बात नहीं याद आई। हम छोटी सी बात करते थे तो उसमें वो कहते थे तो आज उनको पूछना चाहिए कि देश में जिस प्रकार नृशंस हत्या हमारे पर्यटकों की की गई हमारे नागरिकों की की गई, उस समय कोई ऐसा कार्यक्रम नहीं रखना चाहिए था। मैंने तो अपना कार्यक्रम हरोली जाना था, मैंने उसको भी स्थगित कर दिया। क्योंकि उसमें देश में सबकी एक आम भावना है कि आतंकवादी हमले के बाद जिसे अन्याय हुआ है उनको पहले न्याय मिलना चाहिए। इस न्याय की लड़ाई में जो मोदी जी ने, देश के प्रधानमंत्री ने कहा, उस न्याय की लड़ाई में राहुल गांधी जी के निर्देश हैं कि हम सभी उस लड़ाई में शामिल हों।



