

ऑपरेशन सिंदूर’ की सफलता के उपलक्ष्य में शुक्रवार को बिलासपुर में भाजपा ने तिरंगा यात्रा निकाली गई। सदर मंडल भाजपा के बैनर तले निकाली गई इस यात्रा में सदर के विधायक त्रिलोक जमवाल, पूर्व सांसद सुरेश चंदेल, भाजपा के पूर्व जिला अध्यक्ष स्वतंत्र सांख्यान, सदर मंडल अध्यक्ष हंसराज ठाकुर, जिला परिषद अध्यक्ष विमला देवी व नगर परिषद अध्यक्ष कमल गौतम ने विशेष तौर पर उपस्थिति दर्ज करवाई। हाथों में तिरंगे उठाए शहर के रौड़ा सेक्टर स्थित नगर परिषद विश्राम गृह से शहीद स्मारक तक निकाली गई। तिरंगा यात्रा के दौरान जहां भारतीय सेना और देश के मजबूत नेतृत्व के सम्मान में विजयघोष लगाए गए, वहीं पाकिस्तान के खिलाफ जमकर नारेबाजी भी की गई।
शहीद स्मारक में तिरंगा यात्रा को संबोधित करते हुए त्रिलोक जमवाल व अन्य वक्ताओं ने कहा कि पहलगाम में हुए आतंकी हमले ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया था। पाकिस्तान प्रायोजित आतंकियों ने 26 निर्दोष पर्यटकों की बेरहमी से हत्या कर दी थी। इस जघन्य आतंकी घटना के बाद पूरे विश्व की नजर भारत पर थी। सभी यह जानने के लिए उत्सुक थे कि भारत का अगला कदम क्या होगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपना विदेश दौरा बीच में ही रद्द करके इस बात के संकेत दे दिए थे कि भारत कुछ बड़ा करने वाला है। उसके बाद भारतीय सेना ने सुनियोजित ढंग से पाकिस्तान में घुसकर आतंकी ठिकानों को नेस्तनाबूद कर दिया। 100 से अधिक खूंखार आतंकियों को मौत के घाट उतार दिया गया। अपनी इस जवाबी कार्रवाई से भारत ने यह संदेश बखूबी दे दिया कि देश के दुश्मन चाहे कहीं भी छिप जाएं, भारत के जांबाज सैनिक उन्हें उनके किए की सजा देकर रहेंगे। त्रिलोक जमवाल ने कहा कि पाकिस्तान एक ऐसा देश है, जिस पर विश्वास नहीं किया जा सकता। वह हमेशा पीठ में छुरा घोंपने का प्रयास करता रहा है। उम्मीदों के अनुरूप पाकिस्तान ने रात के समय 400 से अधिक ड्रोन और मिसाइलों से भारत पर हमला किया, लेकिन हर मोर्चे पर पहले से मुस्तैद भारतीय सेना ने दुश्मनों के हर हमले को नाकाम कर दिया। शूरवीरों ने शत-प्रतिशत सटीकता के साथ दुश्मन के हर ड्रोन और मिसाइल को लक्ष्य तक पहहने से पहले हवा में ही मार गिराया। पाकिस्तान के 11 बड़े एयरबेस बुरी तरह से ध्वस्त कर दिए गए। अहम बात यह है कि इस कार्रवाई को महज 23 मिनट में अंजाम दिया गया। यह भारतीय सेना के शौर्य व पराक्रम के साथ ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के रूप में मजबूत नेतृत्व का परिणाम है। इसके लिए भारतीय सेना और केंद्र सरकार बधाई की पात्र है।



