उत्तरी भारत में सूक्ष्म बीमा बनाने व सामाजिक सुरक्षा करवाने में मंडी साक्षरता एवम् जन विकास समिति अव्वल

मंडी साक्षरता एवम् जन विकास समिति को वर्ष 2009 से भारतीय जीवन बीमा निगम द्वारा सामाजिक सुरक्षा (सूक्ष्म बीमा) बनाने के लिए अधिकृत किया गया समिति के अध्यक्ष हेमंत राज वैद्य ने कहा कि समिति ने दूसरे कार्यो की तरह सुक्ष्म बीमा के कार्यो को प्रदेष के चार जिलाओं मंडी, कुल्लू, हमीरपुर व कांगड़ा के एक ब्लाक बैजनाथ कुल 27 ब्लाक तक पहुंचाया है। इस योजना में ग्रामीण महिलायें मजदूर- किसान, छोटे व्यापारियों को लाभ प्रदान करवाया गया है। इस कार्य के लिये समिति को देष व उत्तरी भारत में प्रथम रहने के लिये विभिन्न पुरस्कार दिये गये है। समिति ने अब तक 247853 व्यस्कों के बीमा खाते खोले है। जिसमें 1315कार्यकर्ताओं ने अपना योगदान दिया है। इस कार्य में प्रषासन, पंचायती राज संस्थाओं, महिला मण्डलों, स्वयं सहायता समूहों का महत्वपूर्ण योगदान रहा है। समिति द्वारा 553गांव को बीमा गांव की 2करोड़ राषि भारतीय जीवन बीमा द्वारा अनुदान दी है। अब तक 2153 मृत्यु दावे परिवारों को मिल चुके है जिसके तहत 10.76करोड़ की सहायता राषि प्रभावित परिवारों को मिली है।
समिति के महासचिव भीम सिंह ने कहा कि इस वर्श समिति का लक्ष्य 15हजार नये खाते बनाने का है जिसमें से समिति ने 11500 खाते बना चुकी है। 1अक्तूबर,2024 से बीमा के क्षेत्र में बदलाव आने के कारण समिति माईक्रो बचत-751 में लोगों को जोड़ेगी जिसमें 1लाख के बीमा में 4लाख दुर्घटना लाभ होगा, 2लाख के बीमा में 8लाख दुर्घटना लाभ होगा। इस पॉलिसी में कोई जीएसटी व मेडिकल नहीं होगा। समिति ज्यादा से ज्यादा बीमा सखियों की भर्ती करेगा और अपने लक्ष्य को पूरा करेगा।

पिछले वर्श से बीमा गंाव की ईनाम राषि भारतीय जीवन बीमा निगम ने 35 हजार से बढ़ाकर 1लाख कर दी है जिसका लाभ गांव वासियों को मिलेगा यदि 100 व्यक्ति गांव से जुड़ते है। समिति उत्तरी भारत में एक मात्र संस्था है जो इतने बड़े पैमाने पर सुक्ष्म बीमा बना रही है। समिति आवाहन करती है कि ज्यादा से ज्यादा लोग इस योजना से जुड़ें।

मंडी से तरनदीप सिंह कि रिपोर्ट

इस अवसर पर समिति के वरिश्ठ उपाध्यक्ष एवम् पार्शद नेला वार्ड राजेन्द्र मोहन समिति के सह सचिव मुरारी षर्मा, ललित षर्मा ने भाग लिया।

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